सवालों के घेरे में आ रहा एमयू की कार्य प्रणाली
मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली अब सवालों के घेरे में आने लगी है. बीते दिनों जहां मुंगेर में पीजी विभाग के हेड तथा हवेली खड़गपुर में नियुक्त शिक्षक को मुंगेर से दूर लखीसराय के कॉलेज का प्रभारी प्राचार्य बना दिया गया. वहीं अब विश्वविद्यालय द्वारा खेल विभाग के कर्मचारी को वित्त विभाग का एसओ बना दिया गया है. जबकि खेल विभाग पर सालों से एडवांस बकाया है. जिसका समायोजन नहीं किया गया है. जिसके कारण तीन साल से एमयू के खिलाड़ी और टीम को ले जाने वाले मैनेजर अपने ही पैसों के लिये विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रहे हैं.बता दें कि विश्वविद्यालय के खेल विभाग पर जहां लाखों का एडवांस हैं. वहीं विभाग के पास सालों से खिलाड़ियों और टीम को लेकर जाने वाले मैनेजरों के हजारों रूपये का बिल बकाया है. जिसके समायोजन को लेकर खेल विभाग की लापरवाही के कारण सालों से खिलाड़ी विश्वविद्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय अपने खिलाड़ियों की परेशानी दूर करने तथा विभाग के एडवांस समायोजन को पूर्ण करने की जगह खेल विभाग के एकमात्र कर्मी गुंजेश कुमार सिंह को वहां से हटाकर वित्त विभाग का एसओ बना दिया गया है. जबकि डीजे कॉलेज के एक कर्मी को खेल विभाग की जिम्मेदारी दे दी गयी है. अब ऐसे में सालों से विश्वविद्यालय में अपने पैसों के लिये चक्कर काट रहे खिलाड़ियों की परेशानी को दूर करने को लेकर विश्वविद्यालय कितना सजग है, उसे विश्वविद्यालय के निर्णय से ही समझा जा सकता है.
कहते हैं डीएसडब्लूय
एमयू के डीएसडब्लूय प्रो. भवेशचंद्र पांडेय ने बताया कि उक्त कर्मी सेवारत है. ऐसे में विभाग का जो भी बिल है. वह अब वित्त विभाग में रहकर आसानी से पूर्ण कर सकता है, क्योंकि बिल का भुगतान वित्त विभाग से ही होना है.
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