खादी मेला को लेकर युवाओं में रहा गजब का जोशखादी वस्त्रों के साथ-साथ बड़ी मात्रा में ऊनी कपड़ों की हुई खरीदारी
पूर्णिया. शहर के रंगभूमि मैदान में आयोजित खादी मेले में जुटने वाली युवाओं की भीड़ यह बयां कर रही है कि आधुनिकता के जमाने में भी खादी का क्रेज बरकरार है. हालांकि मेला में हर उम्र के लोग आ रहे हैं पर युवाओं की दिलचस्पी ज्यादा नजर आ रही है. खादी मेला में आने वाले लोग खादी वस्त्रों के साथ-साथ बड़ी मात्रा में ऊनी वस्तुओं की खरीद कर रहे हैं. मेला में कई स्टॉलों पर कंबल और ऊनी वस्त्र मिल रहे हैं जो मेला में आने वाले लोगों को खूब पसंद आ रहा है. दरअसल, पिछले दो सालों से आयोजित खादी मेला सह प्रदर्शनी का रंग अब आम लोगों पर चढ़ने लगा है. बड़ी संख्या में लोग न सिर्फ वहां मेले को देखने के लिए पहुंच रहे हैं बल्कि अच्छी खरीददारी भी कर रहे हैं. युवाओं में इस मेले को लेकर गजब का जोश है. युवतियों के लिए तो यह जैसे सेल्फी पॉइंट बना हुआ है. इस मेले में कुल 120 स्टॉल लगाए जाने की तैयारी थी लेकिन प्रदर्शनी में बढती भागीदारी को देखते हुए अब तकरीबन 150 से ऊपर काउंटर बन गये जिनमें खादी, हैंडलूम, हैन्डीक्राफ्ट, हस्तशिल्प, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, पीएमईजीपी, जीविका समूह तथा कई अन्य स्टॉल लगाये गये हैं. इस खादी मेला प्रदर्शनी सह उद्यमी बाजार के उदघाटन के बाद से ही लगातार लोगों का आना जाना लगा है.मेला में गर्म कपड़ों के लगाए गए ज्यादातर स्टॉल
इस तरह के मेले का उद्देश्य खादी वस्त्रों एवं ग्रामोद्योगी उत्पाद का प्रचार प्रसार तथा उत्पाद को बाजार उपलब्ध कराना है ताकि इसकी अधिक से अधिक बिक्री हो सके और इससे जुड़े कामगारों को प्रोत्साहन मिल सके. स्टॉलों में ज्यादातर स्टॉल गर्म कपड़ों के हैं जिनमें कम्बल, दरी, कालीन, स्वेटर, बंडी, जैकेट, कोट, मफलर, कोट्सवूल के कपडे और तैयार शर्ट, कुर्ता, महिलाओं के लिए गर्म कपड़ों के साथ साथ सिल्क, खादी और साज सज्या की वस्तुएं, लाह की चूडियां, तरह तरह के पापड, रंग बिरंगे अंचार, सरसों तेल, नूडल्स, सुगंधीय और विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां प्रमुखता लिए हैं. लोगों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस दफा लगभग दोगुनी संख्या में प्रदर्शनियों वाले स्टॉल लगे हुए हैं. मेले में बिहार के कई जिलों से आये स्टॉल के अलावा झारखंड, उत्तर प्रदेश तथा कश्मीर से भी पश्मीना शॉल व अन्य सामानों की प्रदर्शनी लगाई गयीं हैं. इस मौके पर विभिन्न उत्पादों की खरीद पर 20 से 30 प्रतिशत की छूट भी दी जा रही है.आखिरी समय में व्यापारियों को बेहतर बिकवाली की उम्मीद
व्यापारियों को उम्मीद है कि आखिरी समय में बिकवाली अधिक होगी. इनमें से अनेक लोगों ने विगत वर्ष पूर्णिया में लगाए गये इस मेले के अनुभवों के बारे में बताते हुए कहा कि पिछला मेला बहुत ही अच्छा रहा था, काफी सामानों की बिक्री हुई थी. यहां के लोगों की भी, आये व्यापारियों ने जम कर तारीफ़ की और कहा कि उसी अनुभव को लेकर इस बार भी पूर्णिया में लगे इस खादी मेले में उम्मीदें लेकर आये. उन्होंने यह भी कहा कि विगत वर्ष पूर्णिया की बिक्री श्रेष्ठ रही थी इस बार शुरुआत थोड़ी धीमी रही लेकिन आखिरी समय में सभी को बेहतर बिकवाली की उम्मीद है.फोटो – 15 पूर्णिया 15- गर्म कपड़ों की खरीददारी करते ग्राहक 16- खादी मेले में मौजूद युवाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है