जामताड़ा. नगर की कुलदेवी मां चंचला द्वादश तीन दिवसीय वार्षिक महोत्सव गुरुवार से भव्य मां चंचला कलश शोभायात्रा के साथ शुरू होगी. इससे पूर्व बुधवार को मां चंचला मंदिर प्रांगण में विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश पूजन किया गया. मुख्य यजमान के रूप में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल ने अनुष्ठान में भाग लिया. इस अवसर पर महोत्सव समिति और भक्तों ने 25000 से अधिक कलशों को जल से भरकर भव्य रूप से सजाया. गुरुवार को शोभायात्रा में 25000 माताएं और बहनें अपने माथे पर कलश उठाकर शामिल होंगी, जबकि 50000 से अधिक श्रद्धालु इसमें भाग लेने का अनुमान है. महोत्सव समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल ने बताया कि जामताड़ा को पूरी तरह से धार्मिक नगरी के रूप से सजाया गया है. भक्तिपूर्ण वातावरण में शहर झूम रहा है. आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. गुरुवार सुबह 8 बजे मां चंचला मंदिर प्रांगण से भव्य कलश शोभा यात्रा प्रारंभ होगी. महोत्सव समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुबह 8 बजे से पहले मंदिर प्रांगण में पहुंचें. कतारबद्ध होकर शांति से कलश उठाएं. शोभा यात्रा के दौरान सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक अनावश्यक रूप से दोपहिया और चारपहिया वाहनों का उपयोग न करने का अनुरोध है. सुरक्षा और सुविधाओं का है विशेष प्रबंध भक्तों की सुरक्षा और सुविधा के लिए महोत्सव समिति ने मेडिकल सुविधाओं समेत सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं. समिति ने जामताड़ा के सभी नागरिकों और श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है, ताकि इस ऐतिहासिक शोभा यात्रा का आयोजन भव्यता के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हो सके. मां चंचला महोत्सव अब न केवल जामताड़ा की धार्मिक पहचान बन चुका है, बल्कि राज्य का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन भी बन गया है.
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