रांची. राज्य से नक्सलियों के सफाये को लेकर बुधवार की शाम डीजीपी अनुराग गुप्ता ने समीक्षा बैठक की. बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नक्सल प्रभावित जिलों के एसपी के साथ-साथ अन्य जिलों के एसपी भी शामिल हुए. डीजीपी ने नक्सलियों के सफाये के लिए सूचना तंत्र को मजबूत करने का निर्देश दिया. कहा कि हाल के दिनों में आपराधिक गुट और उग्रवादियों द्वारा जिन घटनाओं को अंजाम दिया गया है. उस केस की समीक्षा कर कार्रवाई करें. केस के मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी संबंधित रेंज के डीआइजी को दी गयी है. वहीं केस में फरार नक्सलियों और उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई व फरार नक्सलियों पर इनाम की राशि जारी करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का भी निर्देश दिया गया है. पुलिस मुख्यालय में समीक्षा बैठक में रांची जोनल आइजी अखिलेश झा, आइजी अभियान एवी होमकर, आइजी एसटीएफ अनूप बिरथरे, आइबी के संयुक्त सहायक निदेशक उत्कृष्ट प्रसुन, डीआइजी एसटीएफ इंद्रजीत महथा, डीआइजी सीआरपीएफ सतीश लिंडा, डीआइजी एसआइबी चंदन कुमार झा, एसपी अभियान अमित रेणु सहित अन्य अधिकारी शामिल थे. वहीं दूसरी ओर वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी जोनल आइजी, रेंज डीआइजी सहित अन्य अधिकारी शामिल थे.
ठगी के दर्ज पांच केस की समीक्षा करेंगे डीजीपी
रांची. राजधानी के पांच अलग-अलग लोगों से 5,06,17,399 रुपये के साइबर फ्रॉड को लेकर दर्ज पांच अलग-अलग केस की समीक्षा डीजीपी अनुराग गुप्ता करेंगे. सभी केस साइबर थाना में हाल के दिनों में दर्ज हुए हैं. केस की समीक्षा के दौरान साइबर थाना प्रभारी, सीआइडी के अधिकारी और केस के अनुसंधानक शामिल होंगे. डीजीपी ने बुधवार को बताया कि इन केसों में शामिल साइबर अपराधी देश के किसी भी कोने में छिपे होंगे, तो साइबर पुलिस की टीम उन्हें तलाश कर पकड़ने का काम करेगी. पूरे केस की विस्तार से समीक्षा कर कार्रवाई का निर्देश दिया जायेगा.अलग-अलग लोगों से हुई 50 लाख से अधिक की ठगी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पांच केस में अलग-अलग व्यक्ति से 50 लाख रुपये से अधिक की ठगी हुई है. एक केस में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर दो करोड़ 27 लाख 50 हजार रुपये की ठगी हुई है. जबकि दूसरे केस में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 61 लाख 48 हजार 399 रुपये, तीसरे केस में भी ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 93,58,000, चौथे केस में स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर 67 लाख 13 हजार और पांचवें केस में ऑनलाइन ट्रेडिंग और स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर 56 लाख 48 हजार रुपये की ठगी हुई है. सभी केस का अनुसंधान साइबर थाना की पुलिस कर रही है. साथ ही साइबर फ्रॉड में मनी ट्रेल के बारे में भी पता लगाने का प्रयास कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है