Bokaro News : नावाडीह प्रखंड की लौह नगरी भेंडरा में गुरुवार से सात दिवसीय मां जलेश्वरी मेला शुरू होगा. पहली बार सांस्कृतिक निदेशालय रांची व जिला प्रशासन बोकारो की संयुक्त निगरानी में मेला का संचालन किया जायेगा. मेला का उद्घाटन सूबे के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो, नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, पूर्व महिला बाल विकास मंत्री बेबी देवी आदि संयुक्त रूप से करेंगे.
भेंडरा की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है यह मेला :
मेले में भेंडरा गांव के कुशल कारीगरों की हस्त निर्मित लौह सामग्री की कई दुकानें लगेंगी. इस मेला में बोकारो, धनबाद, गिरिडीह सहित अन्य जिले के लोग लौह सामग्री खरीदने इस मेले में आते हैं. तलवार, कुल्हाड़ी, कटार, फरसा, हथौड़ा, कढ़ाई, तावा, ताला, बक्सा, पिंजरा, भाला, चूल्हा, कुदाल, गैता, सब्बल, हसुआ, कैंची आदि की खूब बिक्री होती है. मेले की तैयारी भेंडरा के कारीगर एक माह पहले से ही शुरू कर देते हैं. गांव में लगे लघु कुटीर उद्योग में दिन-रात काम होता है. इस मेला को भेंडरा की अर्थव्यवस्था का रीढ़ भी माना जाता है.जमुनिया नदी में स्नान कर मां जलेश्वरी की पूजा
: मेला में आने वाले लोग जमुनिया नदी में स्नान कर मां जलेश्वरी की पूजा करते हैं. जलेश्वरी मेला की शुरुआत भेंडरा के कमलनाथ गोस्वामी ने जवादराम बरई , हीरालाल सिंह, गोपाल तुरी, चरण राम बरई के सहयोग से वर्ष 1932 में की थी. पहले तीन दिन का मेला लगता था. वर्ष 1990 में मां जलेश्वरी का मंदिर बन कर तैयार हुआ. मेला के आयोजन को लेकर मुखिया नरेश कुमार विश्वकर्मा, पंसस गोपाल यादव, उप मुखिया रूबी देवी, संयोजक राजेंद्र विश्वकर्मा, सचिव गोपाल विश्वकर्मा, कोषाध्यक्ष गणेश नायक, पुजारी रूपेश चौरसिया, नीटू विश्वकर्मा, मुरलीधर सिंह, चक्रधारी सिंह, सुकुमार विश्वकर्मा, ललित दास, प्रशांत चौरसिया, जितेंद्र यादव, ललित दास, नारायण विश्वकर्मा आदि जुटे हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है