ललित किशोर मिश्र, भागलपुर: न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन अब पहले से तय किए गए टेकानी में नहीं बनकर दूसरे जगह पर बनेगा. न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन व वर्तमान भागलपुर रेलवे स्टेशन के यार्ड के सौंदर्यीकरण के प्रोजेक्ट की जिम्मेवारी उत्तर प्रदेश की याती निधि कंस्ट्रक्शन एजेंसी को मिली थी, उस कंपनी को बुधवार को मालदा डिवीजन के द्वारा लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस (एलओए) दिया गया. लेटर मिलने के बाद अब डीपीआर बनाने का काम शुरू हो जायेगा. एजेंसी की टीम जल्द भागलपुर आयेगी और दोनों जगहों के एरिया को देखेगी.
अब कहां बनेगा न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन ?
अब न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन जगदीशपुर में बनेगा. पहले भागलपुर रेलवे स्टेशन से साढ़े तीन किलोमीटर दूर टेकानी स्टेशन के बीच में इसका निर्माण होना था, लेकिन जितनी जमीन चाहिए थी, वह नहीं मिली. इसलिए अब इसका निर्माण 13 किलोमीटर दूर जगदीशपुर में होगा.
ये सुविधाएं होगी
फूट ओवर ब्रिज, स्वचालित सीढ़ी, लिफ्ट, फूड-प्लाजा, एटीएम सहित यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जायेगा. वहीं यार्ड का पूरी तरह सौंदर्यीकरण किया जायेगा. इसमें यार्ड का रिमॉडलिंग भी किया जायेगा.
प्रस्तावित कार्य का विवरण
- मौजूदा भागलपुर स्टेशन से टर्मिनल तक दो ट्रैक कनेक्टिविटी का प्रावधान.
- ट्रेनों के लिए कुल छह रिसेप्शन सह डिस्पैच लाइनें प्रस्तावित हैं, जिनमें दो मुख्य लाइनें और चार लूप लाइनें होंगी.
- दो आइलैंड प्लेटफॉर्म और एक पैसेंजर प्लेटफॉर्म प्रस्तावित है.
- प्रस्तावित प्लेटफॉर्म की लंबाई 600 मीटर होगी, ताकि ट्रेनों को पर्याप्त जगह मिले.
- स्वचालित कोच धुलाई सुविधा के साथ एक लाइन का प्रावधान होगा.
- केंद्रीय विद्युतीकरण का प्रावधान होगा.
इसलिए हुआ जगदीशपुर का चयन
भागलपुर रेलवे स्टेशन पर अब जगह की कमी होने लगी है. यहां ट्रेनों को रखने की जगह काफी कम है. वाशिंग पिट के लिए पर्याप्त जगह नहीं है. वहीं जगदीशपुर में रेलवे की अपनी पर्याप्त जमीन है. पर्याप्त सुविधाओं के साथ स्टेशन का निर्माण किया जा सकेगा.
भागलपुर में ट्रेनें रुकेंगी
जगदीशपुर में नया रेलवे स्टेशन बनने से ऐसा नहीं होगा कि भागलपुर का रेलवे स्टेशन बंद कर दिया जायेगा. यह रेलवे स्टेशन चालू ही रहेगा. यहां वर्तमान में जो स्टेशन संचालन की स्थिति है, वह बहाल रहेगी.
एडीआरएम बोले
अब न्यू भागलपुर रेलवे स्टेशन जगदीशपुर में बनेगा. डीपीआर की जिम्मेवारी उत्तर प्रदेश के याती निधि कंस्ट्रक्शन एजेंसी को मिली है, उसे बुधवार को मालदा डिवीजन के द्वारा लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस दे दिया गया है. डीपीआर बनाने का काम जल्द शुरू होगा. 190 करोड़ की योजना है.
शिव कुमार प्रसाद, एडीआरएम, मालदा डिवीजन.