Prashant Kishor: बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा दोबारा कराने की मांग को लेकर बीते 2 जनवरी से अनशन पर चल रहे थे. प्रशांत किशोर ने आखिरकार 15वें दिन गुरुवार को गंगा नदी में स्नान और पूजा-हवन करने के बाद अपना अनशन तोड़ ही दिया. उन्होंने अनशन तोड़ने से पहले महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. इसके बाद केला खाकर अपना अनशन समाप्त किया. हालांकि प्रशांत किशोर का सत्याग्रह जारी रहेगा. जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पटना के मरीन ड्राइव के पास जन सुराज आश्रम में अपना अनशन खत्म किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गांधी जी के बताए रास्ते पर अब आज से सत्याग्रह की शुरुआत करूंगा.
अब टेंट सिटी में रहेंगे प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि अब यह टेंट सिटी ही जन सुराज का पता होगी. यहां जो भी लोग आकर अपनी बात कहना चाहते हैं, वे कह सकते हैं. जन सुराज ने बिहार में सत्याग्रह की शुरुआत कर दी है. बता दें कि पटना के मैरिन ड्राइव पर प्रशांत किशोर का यह टेंट सिटी लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि बीपीएससी के मुद्दे पर लड़ाई की शुरुआत प्रशांत किशोर ने नहीं की है, बल्कि बीपीएससी अभ्यर्थियों ने आंदोलन को आगे बढ़ाया. लेकिन, सरकार ने पूरे मामले पर संवेदनशीलता नहीं दिखाई. गांधी मैदान में इसको लेकर छात्र संसद भी हुआ. मेरे भरोसे पर छात्र जुटे थे. 29 दिसंबर को पहली बार प्रशासन ने भरोसा तोड़ा, जब छात्रों पर लाठीचार्ज की गयी.
बीपीएससी के मुद्दे पर कोर्ट में सुनवाई
प्रशांत किशोर ने कहा कि अब तक बीपीएससी के मुद्दे पर सरकार ने कोई पहल नहीं की. हमलोग न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे है. आज बीपीएससी रीएग्जाम की मांग को लेकर पटना हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई हुई है. जिसका फैसला भी आज आना है. सुनवाई के दौरान कोर्ट में सरकारी और जन सुराज के वकीलों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई है. यह सुनवाई करीब एक घंटे 20 मिनट तक चली है.