सासाराम न्यूज : गारा चौबे नहर पथ पर कुड़ियारी पुल के समीप हुई घटना
करगहर.
थाना क्षेत्र के गारा चौबे नहर पथ पर कुड़ियारी पुल के समीप दो बाइकों की भिड़ंत में एक युवक की मौत हो गयी, जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गये. मृतक करगहर थाना अंतर्गत गरेया गांव निवासी स्वर्गीय रामाशीष पासवान का 30 वर्षीय बेटा अभिनंजय कुमार है. गंभीर रूप से घायल युवकों में करगहर थाना अंतर्गत बसडीहा गांव निवासी 22 वर्षीय रौशन और 20 वर्षीय राजकुमार राम हैं. घटनास्थल पर जुटे लोगों ने बसडीहा गांव के घायल दोनों युवकों को इलाज के लिए निजी वाहन से सासाराम भेजवा दिया. लेकिन, गंभीर रूप से घायल अभिनंजय कुमार को तब अस्पताल ले जाया गया, जब सीएचसी से एंबुलेंस पहुंचा. अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस संबंध में थानाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि मृतक अभिनंजय कुमार राज मिस्त्री का काम करता था. गुरुवार की सुबह अपनी बाइक पर सवार होकर सासाराम जा रहा था, तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार बाइक सवार दो युवकों ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी. इससे उसके सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गयी. अभिनंजय की मौत की सूचना से परिजनों में कोहराम मच गया है. परिजन आनन-फानन में मौके पर पहुंचे. इसके बाद पुलिस ने पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जानकारी के अनुसार, अभिनंजय को एक पांच साल का बेटा और दो साल की एक बेटी है.सड़क पर तड़पता रहा युवक
इस घटना के बाद घायल अभिनंजय कुमार लगभग आधे घंटे तक सड़क पर तड़पता रहा. लेकिन, किसी भी ग्रामीण ने उसे उठाने तक प्रयास नहीं किया. अगर, ग्रामीण चाहते, तो शायद अभिनंजय की जान बच सकती थी. उन्होंने ऐसा नहीं किया, जबकि दूसरी बाइक पर सवार बसडिहा गांव के दो युवक जो गंभीर रूप से घायल हैं, उनके रिश्तेदारों ने उन्हें अविलंब निजी वाहन से सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया. लेकिन, अभिनंजय के सिर में चोट के स्थान पर किसी ने कपड़ा तक बांधना भी उचित नहीं समझा. अभिनंजय को तब अस्पताल लाया गया, जब सीएचसी से एंबुलेंस पहुंची. तब तक अभिनंजय की मौत हो चुकी थी.15 मिनट तक जाम में फंसी एंबुलेंस
घायल अभिनंजय को अस्पताल लेकर आ रही एंबुलेंस लगभग 15 मिनटों तक करगहर बाजार में लगने वाला जाम में फंसी रही. एंबुलेंस के जाम फंसने के पहले अभिनंजय की सासें चल रही थीं. लेकिन, 15 मिनट का समय उसके लिए आखिरकार जान लेवा साबित हो गया.अस्पताल में घंटों पड़ा रहा शव
अस्पताल से अभिनंजय का शव ले जाने के लिए परिजनों को गाड़ी नहीं मिल रही थी. क्योंकि, परिजनों के पास गाड़ी भाड़ा देने के लिए पैसा नहीं था. परिजनों की ओर से शव ले जाने के लिए एंबुलेंस मांगने पर अस्पताल कर्मियों ने बताया कि जिले में दो शव एंबुलेंस हैं, लेकिन वे खराब हैं. अंत में पुलिस प्रशासन की ओर से एक पिकअप की व्यवस्था कर शव को सदर अस्पताल भेजा गया. इस संबंध में जब जिला चिकित्सा पदाधिकारी से बात करने की कोशिश की गयी, तो उन्होंने डीएम के शिविर में चेनारी होने का हवाला देकर फोन काट दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है