अरवल.
डीएम कुमार गौरव ने विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में नीलाम पत्र, उत्पाद विभाग, परिवहन कार्यालय एवं भू-समाधान से संबंधित कार्यों की भी समीक्षा की गई. बैठक में जिला नीलाम पदाधिकारी, अधीक्षक, मद्य निषेध, अपर समाहर्त्ता, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता के साथ-साथ जिला स्तरीय सभी नीलाम पदाधिकारी उपस्थित रहे. जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि वर्तमान में अरवल जिला अन्तर्गत थानाध्यक्षों द्वारा सडक दुर्घटना से संबंधित एफआईआर तो किया जाता है, परन्तु उक्त केस से संबंधित दस्तावेज अथवा जानकारी परिवहन कार्यालय को उपलब्ध नहीं कराया जाता है. जिससे संबंधित परिवारों को मुआवजा नहीं मिल पाता. वर्तमान में अरवल जिला में 124 दुर्घटना से संबंधित मामले परिलक्षित हुए हैं, जिसमें से मात्र 67 आवेदनों को अंतरिम मुआवजा भुगतान हेतु जीआइसी मुंबई को भेजा गया है. डीएम एवं एसपी द्वारा सभी थानों को निर्देशित किया गया कि दुर्घटना से संबंधित सभी मामलों में परिवहन कार्यालय को अवगत कराएं एवं संबंधित कागजातों को भी उपलब्ध कराएं. डीएम द्वारा जिला एवं प्रखण्डस्तरीय सभी विभागों के पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि 15 साल से अधिक पुराने सरकारी वाहनों को यथाशीघ्र जिला परिवहन कार्यालय को सौंपना सुनिश्चित करें, ताकि उक्त वाहनों को अग्रेत्तर कार्रवाई करते हुए स्क्रैपिंग यार्ड को भेजा जा सके. अधीक्षक मद्य निषेध द्वारा मद्य निषेध नीति 2016 के समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कलेर, महेंदिया एवं अरवल थाना पिछले वर्ष की तुलना में देसी-विदेशी शराब जब्ती काफी कम हुआ है. डीएम द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि नियमित रूप से भ्रमणशील रहकर छापेमारी करते हुए एवं आसूचना प्राप्ति के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए शराब जब्ती में वृद्धि करना सुनिश्चित करें. भूमि सुधार उप समाहर्त्ता द्वारा जानकारी दी गई कि भू-समाधान पोर्टल पर 465 वादों की आंशिक रूप से प्रविष्टि की गई है. जिला पदाधिकारी द्वारा सभी अंचलाधिकारियों एवं थानाध्यक्षों को उक्त वादों को ससमय निष्पादित करने के लिए निदेशित किया गया. भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, अरवल को अपनी देख-रेख में निष्पादन किये जाने के लिए निर्देश दिया गया. जिला नीलाम पत्र पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि नीलाम पत्र के तहत अभी तक 226 लोगों को बॉडी वारन्ट किया गया है, परन्तु संबंधित को वारंट की प्रति तामिला नहीं कराये जाने के फलस्वरूप अग्रेत्तर कार्रवाई में विलंब हो रही है. सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि बॉडी वारंट से संबंधित सूचना सभी संबंधितों को यथाशीघ्र उपलब्ध कराते हुए उनकी उपस्थिति निर्धारित तिथि के अनुसार संबंधित पदाधिकारियों के समक्ष कराना सुनिश्चित करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है