शेरघाटी़ शेरघाटी कोर्ट में चार सूत्री मांगों को लेकर सिविल कोर्ट के कर्मचारी गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. वेतन विसंगतियों को दूर करने, विशेष न्यायिक कैडर लागू करने, अनुकंपा में वरीयता प्रदान करने और कर्मचारियों को शीघ्र पदोन्नति देने की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. 35 वर्षों के बाद थर्ड और फोर्थ ग्रेड के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गये हैं. सभी कर्मियों ने इसे अपना समर्थन दिया है. कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से न्यायालय के कार्य ठप हो गये हैं. जमानत आवेदन की सुनवाई, कैदियों की रिहाई, गवाही और आवश्यक सुनवाई पूरी तरह से प्रभावित हैं. हड़ताल को लेकर बिहार सिविल कोर्ट कर्मचारी संघ के शेरघाटी इकाई के सदस्य कोर्ट के गेट के सामने गोलबंद होकर धरने पर बैठे रहे. प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे कर्मचारी संघ शेरघाटी के सदस्य शशि सिंह, शशि रंजन, कुमार गौरव, जियाउद्दीन ने बताया कि बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ ने अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर 16 जनवरी से कलमबंद हड़ताल का आह्वान किया है. राज्य कर्मचारी संघ के फैसले और आह्वान पर सभी कर्मी एकमत हैं. हर स्तर की वार्ता और बैठक के विफल हो जाने व किसी भी प्रकार का सकारात्मक आश्वासन नहीं मिलने पर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है. हड़ताल में पारसमणि, चंदन कुमार, शशि भूषण, अभिषेक कुमार सिन्हा, विपिन कुमार पांडेय, राजू कुमार, महबूब मुस्तफा, संजीत कुमार, सुमित कुमार वअभय कुमार मौजूद थे.
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