मधुबनी.
13 नंबर गुमटी पर रोड ओवर ब्रिज नहीं होना राहगीरों के लिये अब भारी पड़ रहा है. दिन – रात मिलाकर रोजाना कम से कम 40 बार रेलवे का बैरियर गिरता है. जिसमें औसतन करीब 8 से 10 घंटे तक लोगों को रुकना पड़ता है. रेलवे से मिली जानकारी के अनुसाऱ जयनगर से दरभंगा की ओर जाने वाली ट्रेन जब गुजरना होता है तो बैरियर कुछ अधिक समय के लिये बंद हो जाता है. ऐसे में कई बार लोगों को घूमकर एक किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर रांटी बाइपास के रास्ते जलधारी चौक होकर मधुबनी आना पड़ता है. इसके बाद भी प्रशासन, स्थानीय सांसद एवं विधायक की ओर से आम लोगों की इस मूलभूत समस्याओं से निजात दिलाने की अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गयी है.रोजाना बीस जोड़ी ट्रेन का होता है परिचालन
जानकारी के अनुसार, जयनगर – दरभंगा रेल खंड पर प्रतिदिन 20 जोड़ी से अधिक ट्रेनों का परिचालन होता है. 13 नंबर गुमटी मधुबनी- रामपट्टी का मुख्य सड़क है. इससे होकर हर वक्त वाहनों का परिचालन होता है. बार – बार गुमती पर आम लोगों के सुरक्षा को लेकर बैरियर गिराया जाना स्वभाविक है. यह बैरियर भी निश्चय ही लोगों की सुरक्षा के लिये गिराया जाता है. पर रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार जैसे ही जयनगर से आने वाली कोई ट्रेन राजनगर पहुंचती है, मधुबनी के 13 नंबर गुमती का बैरियर गिर जाता है. राजनगर से कम से कम दस मिनट का समय मधुबनी आने में लगता है. जब ट्रेन स्टेशन पर खड़ी हो जाती है तब बैरियर उठाया जाता है. यदि इस दौरान किसी ट्रेन का मेल मधुबनी में हो जाये तो बैरियर उठने में और अधिक समय लग जाता है.
कम से कम आठ से दस घंटे तक गिरा रहता है बैरियर
जिस प्रकार से बीस जोड़ी यात्री ट्रेन का परिचालन होता है और इसके अलावे मालगाड़ी की भी संख्या है. उस हिसाब से कम से कम 40 बार बैरियर गिरना तो तय ही है. यदि 15 मिनट के समय से भी हम एक बार बैरियर गिरने का औसतन समय लें तो कम से कम 600 मिनट हेाता है. यानि की कम से कम 10 घंटे. पर कई बार यह समय और अधिक हो सकता है.प्रतिदिन 20 जोड़ी ट्रेनों का होता है परिचालन:
जानकारी के अनुसार, जयनगर – दरभंगा रेल खंड पर अहले सुबह 3:40 बजे से परिचालन शुरु होकर रात 8;57 बजे तक जारी रहता है. वहीं इस रेल खंड पर जयनगर की ओर जाने वाली ट्रेनों का परिचालन सुवह 7:25 बजे से शुरू होकर रात 2 : 4 बजे तक होता है. ऐसे में 24 घंटे में लगभग 10 घंटे गुमटी बंद रहता है.पता नहीं कौन करायेगा आरओबी का निर्माण
डीआरएम आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि 13 नंबर गुमटी पर रोड ओवर ब्रिज का बिहार राज्य पुल निर्माण विभाग द्वारा कराया जाएगा. इसमें रेल क्षेत्र में होने वाले निर्माण का व्यय की राशि रेलवे द्वारा दी जाएगी. इस आशय की जानकारी देते हुए बिहार राज्य पुनर्निर्माण निगम लिमिटेड के एमडी सुनील कुमार ने कहा कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा निर्माण की कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि इसका निर्माण एनएचएआइ से कराया जाएगा. मामला चाहे जो भी हो लेकिन तेरा नंबर गुमटी इन दोनों ट्रैफिक जाम से घंटे बाधित रहता है. इसके कारण ट्रैफिक पुलिस को भी जाम से निजात के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है