प्रतिनिधि, कहलगांव
अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्यव्यापी आह्वान पर शुक्रवार को कहलगांव अनुमंडल कार्यालय परिसर में किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया. जिसमें कहलगांव, पीरपैंती, सन्हौला प्रखंड के सैकड़ों किसान अपनी भागीदारी कर अपनी आवाज बुलंद किया. धरना प्रदर्शन में सिंचाई संसाधनों का जीर्णोद्धार, सिंचाई हेतु मुफ्त बिजली, बटेश्वर गंगा पंप नहर से किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने, एमएसपी की कानूनी गारंटी, खाद्य सुरक्षा, कर्ज मुक्ति, कृषि मंडियों की पुनर्बहाली, भूमि सर्वे पर रोक लगाने, कृषि भूमि अधिग्रहण पर रोक लगाने सहित कई मांगें की. महासभा के जिलाध्यक्ष महेश प्रसाद यादव ने कहा कि केंद्र सरकार कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति के प्रस्ताव (एनपीएफएएम) के जरिए तीनों काले कृषि कानूनों को चोर दरवाजे से राज्यों के माध्यम से लागू कराने की कोशिश कर रही है. जिसका विरोध देश भर के किसान व उनके संगठन शुरू कर दिया है.कहलगांव शहर की सड़क की जर्जरता पर उठाया सवाल
किसान नेता रणधीर यादव ने कहा बहुप्रतिक्षित मांग बटेश्वर गंगा पंप नहर से किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने, रानीदियारा, अंठवन, टोफिल, टपूआ आदि गांवों के कटाव विस्थापितों को बसाने को लेकर लगातार अखिल भारतीय किसान महासभा संघर्ष कर रहा है. कहलगांव शहर से अनुमंडल मुख्यालय तक सड़क की हालत दयनीय है. इसको अविलंब सरकार सुदृढ़ करे नहीं, तो अखिल भारतीय किसान महासभा किसानों को संगठित कर बड़ा आंदोलन करेगी. मौके पर अर्जुन प्रसाद ठाकुर, मृत्युंजय कापरी, विनय यादव, कांति यादव, बुलबुल मंडल, सीताराम दास, टेकनारायण मंडल, कपिल मंडल, साधुचरण मंडल, मुसाय मंडल, विश्वनाथ केशरी आदि ने संबोधित किया.
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