देवघर : केंद्र ने झारखंड के दो सांसदों को बड़ी जिम्मेदारी दी है. गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे और लोहरदगा सांसद सुखदेव भगत देवघर एम्स के शासी निकाय का सदस्य घोषित किया गया है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इससे संबंधित गजट प्रकाशित कर दिया है.
क्या कहा गया है गजट में
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की संयुक्त सचिव अंकिता मिश्रा बुंदेला द्वारा जारी गजट के अनुसार एम्स अधिनियम के तहत एम्स के शासी निकास के सदस्यों का कार्यकाल पांच वर्षों का होगा. शासी निकाय एम्स की कार्यकारी समिति होगी और ऐसी शक्तियों का प्रयोग करेगी. शासी निकाय की समिति एम्स के विकास सहित सुविधा पर नियमित बैठक करेगी और अपनी शक्तियों का प्रयोग करेगी.
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सदन में बेहद मुखर रहते हैं दोनों सांसद
बता दें कि निशिकांत दुबे गोड्डा लगातार चौथी बार जीतकर सांसद बने हैं. वे झारखंड के सबसे अमीर सांसद भी हैं. वहीं, सुखदेव भगत पहली बार लोहरदगा से सांसद बने हैं. उन्होंने साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेता समीर उरांव को हराया है. उनकी कुल संपत्ति 2,46,88,449 रुपए है. दोनों सांसद सदन में बेहद मुखर रहते हैं. सुखदेव भगत वन नेशन-वन इलेक्शन के जेपीसी समिति के भी सदस्य हैं.
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