चक्रधरपुर. रेलवे ने 5000 वर्ग मीटर जमीन को खाली कराया, स्टेशन क्षेत्र हुआ वीरान चक्रधरपुर. रेलवे ने प्रशासन ने शनिवार को स्टेशन क्षेत्र में बनी 38 दुकानों को तोड़कर जमीन खाली करा दिया. रेलवे ने इस दौरान पांच हजार स्क्वायर मीटर जमीन को खाली करा दिया. यह रेलवे की अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. शनिवार सुबह 11 बजे से चक्रधरपुर स्टेशन क्षेत्र से दुकानों को हटाने की कवायद शुरू हुई. कार्यकारी दंडाधिकारी सुरेश सिन्हा के नेतृत्व में आरपीएफ व काफी संख्या में पुलिस के जवान पहुंचे. देखते ही देखते तीन पोकलेन से दुकानों को ढहाना शुरू कर दिया. रेलवे टीम शाम तक दुकानों को ढहाने की कार्रवाई करती रही. दिनभर चली कार्रवाई में 32 दुकानों को तोड़ दिया गया. शुक्रवार को 6 दुकानों को हटाया गया था. इस अभियान में एइएन राजीव कुमार, चक्रधरपुर थाना प्रभारी राजीव रंजन, आरपीएफ ओसी प्रभारी विक्रम सिंह, आइओडब्ल्यू मनीष कुमार व आरपीएफ व पुलिस बल एवं ग्रुप डी रेलकर्मी शामिल हुए. दुकानदार अपनी सामानों की सुरक्षा में जुटे रहे.
दुकान हटते ही स्टेशन क्षेत्र हुआ वीरान:
दुकानों को हटाने के बाद चक्रधरपुर स्टेशन क्षेत्र पूरी तरह वीरान हो गया है. रात में स्टेशन के बाहर चारों तरफ अंधेरा पसर गया है. रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्री असुरक्षित महसूस करने लगे हैं. दुकानों के संचालन से काफी लोगों का जमावड़ा लगा रहता था.चाय के लिए मशहूर था मनोज होटल
स्टेशन के पास मनोज होटल चाय के लिए मशहूर था. अब मलबा में तब्दील हो गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि मनोज होटल चाय के लिए मशहूर था, लोग ट्रेन से उतर कर सबसे पहले मनोज होटल की चाय पीते थे. कई लोग केवल चाय पीने के लिए चक्रधरपुर स्टेशन आते थे. इस होटल में 24 घंटे चाय मिलती थी. इसके अलावे गरीबों की भी सेवा करते थे. होटल हटने से यात्रियों में मायूसी है. यात्रियों को खान-पान की चिंता सताने लगी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है