गोपालगंज. जिले के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत 102 एंबुलेंसकर्मियों ने अपनी छह सूत्री मांगों के समर्थन में शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. एंबुलेंसकर्मियों ने अपनी समस्याओं का समाधान न होने पर यह कदम उठाया है और उन्होंने सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें स्पष्ट की हैं. एंबुलेंस चालक संघ के अध्यक्ष अमरदीप सिंह ने बताया कि कर्मचारियों के पास पिछले दो महीने से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है, जिसमें एक महीने का वेतन पुरानी कंपनी से और पिछले दो महीने का वेतन नयी कंपनी से बकाया है. उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में श्रम अधिनियम के तहत अति कुशल श्रमिक के रूप में वेतन भुगतान, 60 वर्ष तक की उम्र सीमा तक समायोजन और रिलीवर के रूप में घर बैठे कर्मचारियों को काम देने की मांग शामिल है. इसके साथ ही कर्मचारियों ने नियुक्ति पत्र और आइडी कार्ड की तुरंत व्यवस्था करने की भी मांग की है. वेतन भुगतान की समय-सीमा निर्धारण, सैलरी स्लिप की व्यवस्था और सभी एंबुलेंसों का औसत मानक निर्धारण करने की भी मांग की गयी है. हड़ताल के कारण जिले के विभिन्न अस्पतालों में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासकर, गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को इलाज के लिए कठिनाई हो रही है. कई मरीजों को निजी एंबुलेंस का सहारा लेकर पटना मेडिकल कॉलेज और अन्य सरकारी अस्पतालों में भेजना पड़ा.
स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रतिकूल असर
सदर अस्पताल समेत जिले के अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में एंबुलेंस खड़ी कर दी गयी हैं और एंबुलेंसकर्मी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. हड़ताल के कारण मरीजों के परिवहन में गंभीर संकट पैदा हो गया है और स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका प्रतिकूल असर पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है