आरा.
आरा ट्रेन हादसे में मृत युवक की दूसरे दिन पहचान हो पायी है. उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के बलिया जिला के नरही थाना क्षेत्र के उजियार गांव निवासी शिवजी प्रसाद के 26 वर्षीय पुत्र अमित कुमार के रूप में हुई है. बता दें कि दानापुर-पीडीडीयू रेलखंड पर रामानंद तिवारी हाल्ट के पश्चिम साइड स्थित अप लाइन पर शुक्रवार की दोपहर ट्रेन से गिरकर उसकी मौत हो गयी थी. जिसके बाद रेल पुलिस द्वारा अज्ञात के रूप में उसके शव सदर का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया था. इधर मृतक के पिता शिवजी प्रसाद ने बताया कि 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन वह खिचड़ी खाकर मंगलवार की दोपहर वह घर से निकला था और वापस नहीं लौटा था. जिसके बाद परिजनों द्वारा सभी रिश्तेदारों के यहां पूछताछ कर उसकी काफी खोजबीन की गयी थी. लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था. शनिवार की सुबह किसी व्यक्ति द्वारा फोन कर उन्हें इस घटना की जानकारी दी. सूचना पाकर परिजन आरा रेल थाना पहुंचे और फोटो को देख उसकी पहचान की. इसके बाद परिजन आरा सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम गृह पहुंचे और शव को देख उसकी पहचान की. उसके बाद परिजन उसके शव को दाह-संस्कार के लिए वापस गांव ले गये. बताया जाता है कि मृतक अपने तीन भाइयों में बड़ा था. उसके परिवार में सिर्फ दो भाई अजय कुमार एवं हरे राम कुमार है. मृतक की मां शांति देवी की मौत कई वर्ष पूर्व बीमारी के कारण हो गयी थी. घटना के बाद में तक के घर में कोहराम मच गया है. इस घटना के बाद में तक के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल था.किराये पर कमरा देने से पहले लोगों का सत्यापन जरूरी : आरा.
जन सुरक्षा के हित में और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए भोजपुर पुलिस ने अपनी कमर कस ली है. इसको लेकर जिले के सभी मकान मालिकों, लॉज मालिकों और गेस्ट हाउस संचालकों से पुलिस ने अपील करते हुए आवश्यक निर्देश जारी किया है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक राज द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति शनिवार को जारी की गयी. विज्ञप्ति के अनुसार मकान व लाॅज मालिक किराये पर कमरा देने से पहले अपने किरायेदारों की पहचान का कराकर सत्यापन कर लें. कई मामलों में आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों द्वारा बिना उचित सत्यापन के आवास किराये पर लेने में सफल रहते हैं, जिसके कारण विभिन्न सुरक्षा खतरों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भोजपुर पुलिस सभी मकान मालिकों को निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह देती है. इन दिशा-निर्देशों को अपनाकर मकान मालिक स्वयं अपने किराएदारों और समुदाय के बड़े पैमाने पर सुरक्षित वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है