परंपरा. भीड़ की वजह से रोड पर उत्पन्न हो गयी जाम की स्थिति, दूर-दूर से मेले का लुत्फ उठाने पहुंचे लोग प्रतिनिधि,बरहरवा प्रखंड क्षेत्र के भीमपाड़ा गांव में मकर सक्रांति के बाद पहले रविवार को धूपची मेला का आयोजन किया गया. अहले सुबह से ही यहां के पूजा स्थल में लोगों ने भगवान सूर्य को नमन किया और सलामती की कामना की. तत्पश्चात बच्चों, बड़ों, महिलाओं व अन्य ने मेला का लुत्फ उठाया. मेले में एक दो दिन पहले से ही लकड़ी की दुकानें सज गयी थी. उन दुकानों से लोगों ने पलंग, टेबुल, कुर्सी, बेंच, दरवाजे सहित अन्य की खरीदारी की. इसके साथ-साथ मेले में लोहे से बनी सामानों की भी काफी दुकानें लगी थी. बच्चों ने मेले में लगी तारामाची का भी आनंद उठाया और खिलौने भी खरीदे. वहीं, खाने-पीने की दुकानों में भी बिक्री हुई. मेले में करीब 30 लाख रुपये के कारोबार का अनुमान लगाया जा रहा है. विदित हो कि लगभग 251 वर्षों से भीमपाड़ा में धूपची मेला का आयोजन किया जा रहा है. यह मेला बरहरवा स्टेशन से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर है. लेकिन मेले के समय यहां तक पहुंचने के लिये अच्छी-खासी मशक्कत करनी पड़ती है. क्षेत्र के लबदा, दुलमपुर चौक से आगे बढ़ते ही केंचुआ पुल के पास संकरा सड़क होने से वाहनों की लम्बी कतार लग गयी. इस कारण मेला जाने वाले लोगों व खरीदारी कर बरहरवा की तरफ आने वाले वाहनों का जाम लग गया.
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