– सरकारी मानक का हो रहा उल्लंघन, गुणवत्तापूर्ण कार्य पर उठ रहे सवाल जदिया. केंद्र की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना से पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों में अनियमितता कोई नई बात नहीं है. पंचायत प्रतिनिधियों एवं मनरेगा अधिकारियों की गठजोड़ से योजनाओं में लूट की खुली छूट मिली हुई है. ताजा मामला त्रिवेणीगंज प्रखंड के कोरियापट्टी पश्चिम पंचायत की है. जहां पंचायत समिति मद से 09 लाख 40 हजार की लागत से उच्च माध्यमिक विद्यालय कोरियापट्टी में चहारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि चहारदीवारी निर्माण कार्य में खुलकर अनियमितता बरती जा रही है. निर्माण कार्य में उजला (लोकल) बालू, घटिया ईंट व सीमेंट का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा. जो सरकारी मानक का उल्लंघन है. हैरत की बात यह है कि योजना से संबंधित कार्य स्थल पर बोर्ड भी नहीं लगा है. जिससे लोगों में असमंजस की स्थिति बनी है. हैरान करने वाली बात यह है कि निर्माण कार्य का मनरेगा के अधिकारी भौतिक सत्यापन भी नहीं करते हैं. जिससे कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है. इस बाबत मनरेगा पीओ विजय कुमार नीलम ने बताया कि पता करवाते हैं. जांच कर कार्रवाई की जाएगी. इस बाबत मनरेगा जेई प्रवीण कुमार ने बताया कि खेल मैदान निर्माण कराने में व्यस्तता के कारण स्थल का मुआयना नहीं कर पाया. वैसे निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया गया है.
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