गिरोह के सदस्य आदित्यपुर और कदमा में अपार्टमेंट में चोरी को दे चुके हैं अंजाम
मध्यप्रदेश का है पारदी गिरोह, शहर में चोरी कर हो जाता है फरार
Jamshedpur News :
मध्यप्रदेश के पारदी गिरोह की तलाश में शनिवार की देर रात एक बजे से तीन बजे के बीच जिला पुलिस ने शहर के सभी थाना क्षेत्र में सघन अभियान चलाया. इस दौरान रात में सड़क पर भटकते एक दर्जन से ज्यादा संदिग्धों युवकों को पुलिस थाना ले गयी. जहां सभी से पूछताछ की गयी. पूछताछ में कोई साक्ष्य नहीं मिलने पर सभी को छोड़ दिया गया. साकची में पुलिस ने मध्यप्रदेश के एक युवक को पकड़ा. थाना में पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे भी छोड़ दिया. इस दौरान सिटी एसपी कुमार शिवाशीष स्वयं भी घूम रहे थे. इसके अलावा सभी डीएसपी और थाना प्रभारी दलबल के साथ सड़क पर जांच करते नजर आये. वाहनों की भी जांच की गयी. मालूम हो कि गत 15 जनवरी की रात कदमा स्थित श्रीनाथ रेसीडेंसी के तीन फ्लैट से लाखों रुपये के गहने व सामानों की चोरी कर ली गयी थी. इसके अलावा 17 जनवरी की रात आदित्यपुर थाना क्षेत्र के अर्थ इनक्लेव के दो फ्लैट में चोरी का प्रयास किया गया. दोनों वारदात में चोरी करने के तरीके से अबतक यह बात सामने आयी है कि मध्यप्रदेश का पारदी गिरोह द्वारा ही दोनों वारदात को अंजाम दिया गया है. ऐसे में पुलिस पारदी गिरोह की तलाश में जुट गयी है.एमपी के गुना से संचालित है पारदी गिरोह
पारदी गिरोह के तार मध्य प्रदेश के गुना से जुड़ा हुआ है. यह गिरोह बड़े ही शातिर तरीके से घटना को अंजाम देता है. गिरोह के सदस्य इतने शातिर हैं कि गुलेल से घर को चेक करता है कि घर खाली है या कोई उसमें रह रहा है. गिरोह की महिला सदस्य बैलून बेचने के बहाने घर की रेकी करती हैं और घर बंद होने की सूचना पुरुष सदस्यों को देती हैं. इसी सूचना के बाद गिरोह उस घर को निशाना बनाता है. पारदी गैंग पीढ़ी दर पीढ़ी चोरी के तरीके को सीखता है. एक पीढ़ी दूसरी पीढ़ी को चोरी करने के बारे में बताता है. इस गैंग में शामिल लोगों की सामाजिक संरचना भी काफी जटिल है. शादी से पहले यह देखा जाता है कि किस पर कितने चोरी के मुकदमे दर्ज हैं. यह सब चौकाने वाली जानकारी पुलिस की जांच में निकल कर सामने आयी है. गत सितंबर 2024 को पलामू पुलिस ने पारदी गिरोह से जुड़े 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों में 11 महिलाएं थीं. गिरफ्तार सभी आरोपी पारदी गिरोह से जुड़े हुए थे और मध्य प्रदेश के गुना इलाके के थे.
चोरी के बाद में सामग्री को अपने पास नहीं रखते
गिरोह के सदस्य चोरी का सामान तुरंत बेच दिते हैं या अन्य ग्रुप को दे देते हैं. जानकारी के अनुसार चोरी की घटना से पहले ही एक खरीदार ढूंढ लिया जाता है, जो आसानी से चोरी का सामान खरीद ले.लाखों की है संपत्ति, नशे के आदि हैं गिरोह सदस्य
जानकारी के अनुसार पारदी गिरोह के परिवार के पास खेती के लिए अच्छी खासी जमीन है. एक-एक परिवार के पास पांच-पांच बीघा से अधिक जमीन है. चोरी का कार्य उनका पीढ़ियों से चला आ रहा है. गिरोह के सदस्य चोरी की रकम को गांजा, अफीम और शराब के नशे में उड़ाते हैं. चोरी के पैसे से वे संपत्ति अर्जित नहीं करते हैं.चोरी के बाद खरीदार को भी लेकर जाते हैं मंदिर
पारदी गिरोह के सदस्य घटना को अंजाम देने के बाद चोरी की सामग्रियों के खरीदार को भी मंदिर में पूजा करने के लिए लेकर जाते हैं. पलामू, गढ़वा और लातेहार के इलाके में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाला पारदी गिरोह चोरी के बाद कोलकाता के कालीघाट और रजरप्पा मंदिर में पूजा के लिए गया था. इस दौरान बिहार के गया के रहने वाले सोनार को भी ले गया था. पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ था.कोट…
पिछले दिनों आदित्यपुर और कदमा में हुई चोरी में पारदी गिरोह के शामिल होने की संभावना है. गिरोह के सदस्य रात एक बजे से तीन बजे के बीच चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. गिरोह की धड़पकड़ के लिये देर रात पुलिस ने सघन अभियान चलाया. कुछ संदेही को थाना लाया गया था. पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
कुमार शिवाशीष, सिटी एसपी, जमशेदपुरB
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