मोहनिया शहर. टोल प्लाजा पर लग रहे जाम को लेकर टोल प्लाजा मैनेजर राज शेखर तिवारी को हटा दिया गया है. टोल कंपनी द्वारा यह कार्रवाई एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर द्वारा टोल पर लग रहे जाम को लेकर की गयी शिकायत पर की गयी है. शनिवार को वाराणसी के डाफी टोल से दूसरे मैनेजर को मोहनिया टोल प्लाजा पर ड्यूटी के लिए भेजा गया था. मालूम हो कि पिछले 10 दिनों से टोल प्लाजा पर लग रहे जाम की समस्या को लेकर प्रभात खबर द्वारा प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया था, जिसमें टोल पर एंबुलेंस के लिए अलग लेन की व्यवस्था नहीं, दिन में भी कई लेन बंद सहित जाम की अन्य समस्याएं शामिल थी. प्रभात खबर द्वारा मजबूती से खबर को प्रकाशित किया, तो सभी की निगाहे वाहन चालकों व खासकर एंबुलेंस आदि इमरजेंसी वाहनों के लिए नासूर बनी इस समस्या पड़ी और एनएचएआइ द्वारा इसे लेकर निगरानी भी की जाने लगी. इसी दौरान गुरुवार की रात में एनएचएआइ की निगरानी में पाया गया कि टोल प्लाजा के दो से तीन लेन बंद थे और लंबा जाम टोल प्लाजा पर लगा था. टोल कर्मियों की लापरवाही से टोल पर जाम लगा था. इसकी शिकायत एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर द्वारा टोल कंपनी से की गयी, जिसे देखते हुए टोल कंपनी द्वारा एनएचएआइ की शिकायत पर मोहनिया टोल मैनेजर को हटा दिया है. उनकी जगह पर शनिवार को वाराणसी के डाफी टोल से दूसरे मैनेजर को ड्यूटी पर भेजा गया था. ऐसे में अभी किसी भी मैनेजर की यहां रेगुलर पोस्टिंग नहीं की गयी है. यहां पिछले एक माह से भीषण जाम की स्थिति बनी थी, लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा था. ना ही एनएचएआइ द्वारा ही इसे लेकर ध्यान दिया जा रहा था, जबकि टोल वसूलने वाली कंपनी की लापरवाही से टोल टैक्स देने के बाद भी लोग जाम में कराह रहे थे. वहीं, अब यह देखना भी दिलचस्प होगा कि मैनेजर पर की गयी इस कार्रवाई का कितना असरदार होता है. क्या जाम की समस्या से लोगों को राहत मिलती है, साथ ही लेन बंद करने की समस्या को कंपनी दूर कर पाती है या नहीं, यह भी देखने वाला मामला होगा. # दिल्ली से कोलकाता को जाने वाली अति व्यस्ततम सड़कों में शामिल लाइफलाइन एनएच-19 पर डिडखिली के समीप स्थित टोल प्लाजा पर पिछले एक माह से लग रहे जाम की समस्या को लेकर प्रभात खबर द्वारा वाहन चालकों खासकर वाराणसी आने जाने वाले एंबुलेंस आदि इमरजेंसी वाहन चालकों की समस्या को समझते हुए लगातार अभियान चलाकर 10 दिन विभिन्न समस्याओं को लेकर खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इसमें टोल पर एंबुलेंस के लिए अलग लेन की व्यवस्था नहीं, यात्रियों के लिए सुविधा का अभाव, जाम बना जानलेवा सहित कई अलग-अलग शीर्षक से तस्वीर सहित खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इसके बाद टोल कंपनी और एनएचएआइ हरकत में आयी और टोल पर भीषण जाम को लेकर लगातार माॅनीटरिंग की जाने लगी, जिसमें मामला सही पाया गया, जिसे देखते हुए मैनेजर पर कार्रवाई की गयी है. प्रभात खबर की # एनएचएआइ की निगरानी में भी बंद मिला लेन पिछले 10 दिनों से टोल प्लाजा पर जाम की समस्या को लेकर प्रभात खबर द्वारा की गयी खबर प्रकाशित के बाद एनएचएआइ की निगरानी में भी मोहनिया टोल पर दो से तीन लेन गुरुवार की रात में बंद था, जिसके कारण करीब दो किलोमीटर लंबा लाइन वाहनों का लगा था. एनएचएआइ की निगरानी में भी प्रभात खबर द्वारा प्रकाशित की जा रही खबरों को सही पाया. इसको लेकर टोल कंपनी से एनएचएआइ द्वारा साफ शब्दों में कहा गया है कि हर हाल में टोल पर कर्मी बढ़ाएं या कुछ भी करें, लेकिन जाम की समस्या नहीं होनी चाहिए. #क्या कहते हैं प्रोजेक्ट डायरेक्टर # इस संबंध में प्रोजेक्ट डायरेक्टर रणधीर वर्मा ने बताया मोहनिया टोल प्लाजा पर देखा गया कि दो लेन बंद थे, जिससे वाहनों का जाम लगा था. इसको लेकर टोल कंपनी से शिकायत की गयी. इसमें कहा गया है कि आप स्टाप बढ़ाएं या कुछ भी करें, लेकिन जाम न लगने पाये. इसको लेकर टोल कंपनी द्वारा यह कार्रवाई की गयी है.
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