असद अशरफी, कहलगांव गंगा का जलस्तर घटने के साथ ही रूक-रूक कटाव शुरू हो गया है. शहर के कागजी टीला वार्ड 11 में करीब दो दशक बाद कटाव शुरू हुआ है. कटाव के कारण मुन्ना शर्मा और मेवा लाल साहनी का आधा घर गंगा गंगा में समा गया है. दोनों पक्का का मकान की दीवार फट कर गंगा में समा गयी है . वार्ड पार्षद योगेंद्र साहनी ने बताया कि कागजी टोला के गणेश साहनी, विश्वनाथ, सीताराम साहनी, सीता देवी, पिंटू साहनी, उपेंद्र साहनी सहित दो दर्जन परिवारों के घर का आधा भूभाग पूर्व में गंगा में समा गया है. पूर्व से कटाव का दंश झेल रहे कागजी टोला के लोग भय में जीने को मजबूर हैं. तेज हवा के साथ गंगा में उठने वाली लहरों से गंगा के मुहाने पर बसे कागजी टोला के दर्जनों घरों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है. वार्ड 7, 8 और 11 में गंगा नदी के किनारे भीषण कटाव को रोकने के लिए प्रभारी मंत्री ने निर्देशित किया था. 31 अगस्त 2024 को अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन भागलपुर ने कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल भागलपुर को पत्र लिख कर कटाव रोकने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाने और 15 सितंबर तक डीएम की समर्पित करने का निर्देश दिया था. इतने दिन बीतने के बाद भी कटाव निरोधी कार्य शुरू नहीं किया जा सका है. कटाव पीड़ित मुन्ना शर्मा ने बताया कि बाढ़ के समय उनका आधा घर गंगा में समा गया था, लेकिन जीआर की राशि नहीं मिल सकी है. कई बार सीओ से मिल कर जीआर राशि देने को कहा, लेकिन आज तक पैसा नहीं मिल सका है. इस संदर्भ में जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता आदित्य प्रकाश ने बताया कि कागजी टोला के लोगों को अगर प्रशासन की ओर से दूसरे जगह विस्थापित किया जाता है, तो वहां कार्य शुरू किया जायेगा. कार्य करने के लिए कम से कम 20 मीटर जगह चाहिए.
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