संवाददाता, पटना : प्रदेश में कोयला आधारित उद्योगों को प्रतिबंध करने व कार्बन इमीशन मिशन जीरो लक्ष्य को पूरा करने के लिए बिहार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी औद्योगिक क्षेत्रों को पीएनजी, सीएनजी व एलएनजी में तब्दील करने का नोटिस जारी किया है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में ईंधन कंपनियां सभी औद्योगिक क्षेत्रों में पीएनजी, सीएनजी व एलएनजी पाइपलाइन नेटवर्क को पहुंचा चुकी हैं. इन पटना के पाटलिपुत्र, फतुहा व नासरीगंज दीघा, बेगूसराय, औरंगाबाद, रोहतास व डेहरी, भोजपुर के गिद्धा व बिहिया, लखीसराय, समस्तीपुर, पूर्णिया व हाजीपुर में बीते एक या दो साल में यह नेटवर्क तैयार किया जा चुका है. इन क्षेत्रों में चल रही औद्योगिक इकाइयों को तीन महीने में कोयला व फर्नेस ऑयल त्याग कर स्वच्छ ईंधन इस्तेमाल करने की हिदायत दी गयी है. कई औद्योगिक इकाइयों ने ऑयल कंपनी द्वारा दिये गये इस सुविधा का लाभ उठाना शुरू भी कर दिया है.
वैट घटा कर कर दिया गया है पांच प्रतिशत
बीआइए ने पर्यावरण सचिव को सीएनजी व पीएनजी पर वैट घटाने के लिए ज्ञापन दिया था, जिस पर बिहार सरकार ने विचार-विमर्श कर स्वच्छ ईंधन के उपयोग के लिए वैट 20 प्रतिशत से घटा कर 5 प्रतिशत कर दिया, ताकि छोटे-बड़े औद्योगिक इकाइयां स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल आसानी से कर सकें. पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में संचालित इकाइयां लगभग 100 प्रतिशत सीएनजी, एलएनजी व पीएनजी पर आधारित हैं. वहीं, हाल ही में फतुहा औद्योगिक क्षेत्र में दिसंबर महीने में पाइपलाइन की सुविधा दी जा चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है