थावे. जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) थावे में दलित रसोइया के शारीरिक शोषण के बाद हुए सुसाइड केस ने तूल पकड़ लिया है. पुलिस की सुस्त जांच और कार्रवाई से परिजनों में आक्रोश है, तो वहीं सुसाइड केस राजनीतिक रंग लेने लगा है. रविवार को बिहार सरकार के अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री जनक राम मृतका के घर वृंदावन गांव में पहुंचे और परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली. मंत्री ने परिजनों को दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया है.
आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने का दिया निर्देश
मंत्री ने मौजूद पुलिस पदाधिकारियों से घटना की उच्चस्तरीय जांच करते हुए आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सरकार गंभीर है. डायट के सभी कर्मियों और एफआइआर में नामजद अभियुक्तों के भूमिका की जांच करायी जायेगी. उन्होंने कहा कि परिजनों द्वारा दलित बेटी को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने और आहत होकर सुसाइड करने की बात कही गयी है. यह गंभीर अपराध है, दोषियों को सरकार नहीं बख्शेगी.
एसपी ने की घटना की जांच
थावे डायट में दलित रसोइया की सुसाइड केस में तीसरे दिन जांच के लिए पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित पहुंचे. एसडीपीओ प्रांजल और थावे थानाध्यक्ष के साथ डायट में पहुंचे एसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और मौजूद कर्मियों से पूछताछ की. एसपी ने उस कमरे को देखा, जहां रसोइया ने पंखे से लटक कर सुसाइड किया था. एक-एक बिंदु पर जांच करने के बाद थावे थानाध्यक्ष से घटना के बारे में कई तथ्यों पर जानकारी ली और घटना में निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए निर्देश दिया.
एफएसएल व पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एफएसएल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. एसडीपीओ प्रांजल ने कहा कि अभी तक पोस्टमार्टम व एफएसएल जांच रिपोर्ट नहीं मिली है. मृतका के पास मोबाइल में सुसाइड से जुड़ा वीडियो भी मिला है. फोन पर मिले अलग-अलग नंबरों की जांच चल रही है. वैज्ञानिक और टेक्निकल टीम की मदद जांच में ली जा रही है. जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित की ओर से घटना की जांच कर थावे थाने को कई निर्देश दिया गया है.
यह है थावे डायट का पूरा मामला
16 जनवरी को थाने थाने के थावे में स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की रसोइया, जिसकी उम्र 18 वर्ष थी, उसने सुसाइड कर लिया. सुसाइड के बाद रसोइया की मां ने थावे थाने में 17 जनवरी को तीन कर्मी राहुल कुमार, भारती जी और रंजन कुमार पांडेय के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी. एफआइआर में दलित बेटी का शारीरिक शोषण करने व विरोध करने पर जाति सूचक बातें कहकर मानसिक शोषण और किसी को इसके बारे में जानकारी देने या शिकायत करने पर नौकरी से निकाल दिये जाने की धमकी देने का आरोप लगाया है.
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