शुरुआत में नगर निगम क्षेत्र के वार्डों और पंचायत समितियां का पुनर्गठन होगा. इसके बाद प्रखंड कमेटियां पुनर्गठित की जायेंगी. इसके बाद जिला कमेटी पुनर्गठित होगी. फिलवक्त जिला कमेटी भी भंग है और निवर्तमान जिलाध्यक्ष संजय सिंह को संयोजक प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में कमेटियों का पुनर्गठन होना है. हालांकि, अभी तक पर्यवेक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है. संभावना व्यक्त किया जा रहा है कि जल्द ही पर्यवेक्षक नियुक्त किये जायेंगे.पार्टी संविधान का किया जायेगा पालन : संजय सिंह
झामुमो के संयोजक प्रमुख संजय सिंह ने बताया कि पार्टी के संविधान के तहत पुनर्गठन की प्रक्रिया होती है. आने वाले दिनों में तमाम कमेटी का पुनर्गठन होना है.उन्होंने कहा कि गिरिडीह जिले में झामुमो का काफी सशक्त है. आने वाले दिनों में इस प्रक्रिया के तहत संगठन को और अधिक सशक्त किया जायेगा. कहा कि पार्टी महाधिवेशन से पहले कमेटी को भंग किया जाता है और इसके बाद पुनर्गठन करने की प्रक्रिया प्रारंभ होती है. अभी वार्डों और पंचायतों में कमेटियों को पुनर्गठन करना है. इसके बाद प्रखंड स्तरीय कमेटी पुनर्गठित की जायेगी.
दावेदारी को लेकर उतावले नजर आ रहे कार्यकर्ता
कमेटियों में पदाधिकारी बनने को लेकर दावेदारों में सुगबुगाहट शुरू हो गयी है. प्रदेश में झामुमो की सरकार है. जाहिर है सत्तासीन दल में पदाधिकारी बनने को लेकर कई कार्यकर्ता अभी से ही उतावले नजर आने लगे हैं. आगामी दिनों में नगर निगम का चुनाव होना है.
ऐसे में वार्ड अध्यक्ष के पद को लेकर कई दावेदार अपनी गतिविधियों को तेज करने में जुट गये हैं. वार्डों के अलावा जिले के पंचायत में भी कमेटियों का पुनर्गठन होगा. पुनर्गठित कमेटी में नये चेहरे को जिम्मेदारी मिलने की संभावना है. ऐसे में पदों की चाहत को लेकर आस लगाये बैठे कार्यकर्ता धीरे-धीरे समर्थकों को टटोलने में लगे हैं. संपर्क अभियान शुरू कर दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है