जमशेदपुर. सर्द रात. खुला आसमां. एक्सएलआरआइ का फुटबॉल मैदान और करीब 8 हजार युवाओं की भीड़. इस भीड़ के सामने बड़ा सा स्टेज. मद्धिम रोशनी और उसमें होती है सुरीली आवाज के जादूगर सोनू निगम की जोरदार एंट्री. सभी दर्शकों ने उनका तालियों की गड़गड़ाहट के साथ जोरदार स्वागत किया. इसके बाद जो समां बंधा, वह करीब दो घंटे तक चलता रहा. एक के बाद एक हिट गीतों को गाकर सोनू निगम ने एक बार फिर यह साबित किया कि वे आज भी युवाओं के दिलों की धड़कन हैं. उनका जलवा कायम है. एक्सएलआरआइ में मैक्सी फेयर के समापन के अवसर पर रविवार को म्यूजिकल कन्सर्ट का आयोजन किया गया, जिसमें बॉलीवुड के मशहूर सिंगर सोनू निगम ने हिस्सा लिया. उन्होंने अपनी गायकी से हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया.
देखा जबसे तुमको, बस देखा तुमको यारा
सोनू निगम ने अपनी गायकी से यंगिस्तान को खूब झुमाया. उन्होंने सबसे पहले …आज कल क्यूं मेरा वक्त कटता नहीं, कोई चेहरा निगाहों से हटता नहीं.. ऐसा पहली बार हुआ है सत्रह अठरह सालों में… गाया. इसके बाद उन्होंने अपने हिट एलबम दीवाना का गाना दीवाना मैं हूं..दिवाना तेरा गाया. इसके बाद हंस मत पगली प्यार हो जाएगा.., इसके बाद उन्होंने मैं शायर तो नहीं..मगर ए हसीं जब से देखा मैंने तुझको मुझको शायरी आ गई….इसके बाद सोनू निगम ने शाहरुख खान व दीपिका पादुकोण स्टारर ओम शांति ओम फिल्म का हिट गाना अगर कहूं तुमसा हसीं.. कायनात में नहीं है कोई.. तारीफ तेरी क्या कुछ भी नहीं… गाया. इसके बाद उन्होंने देखा जबसे तुमको बस देखा तुमको यारा गाया. इसी तरह से सोनू निगम ने अपने हिट नंबर्स से युवाओं का मनोरंजन किया.
1979 से हो रहा है मैक्सी फेयर का आयोजन
मैक्सी फेयर एक्सएलआरआइ की ओर से शुरू किया गया रिसर्च मेला है, जिसके जरिए शहर के लोगों के दिमाग पर खेल-खेल में रिसर्च की जाती है. वर्ष 1979 में इसकी शुरुआत की गई थी. दरअसल, यह एक्सलर्स को दिया जाना वाला एक प्रोजेक्ट है. जिसमें एक्सएलआरआइ प्रबंधन प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं होता है. आयोजन में फंड जुटाने से लेकर उसके प्रमोशन, उसकी ब्रांडिंग, क्राउड मैनेजमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन मैनेजमेंट से लेकर बड़े स्टार को बुलाने से लेकर उनकी हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट की जिम्मेदारी भी छात्र-छात्राओं के कंधे पर ही होती है. सेकेंड इयर के छात्र लीड रोल में रहते हैं, जबकि जूनियर स्टूडेंट सपोर्टिंग भूमिका में रहते हैं. बेहतर प्रोजेक्ट होने पर विद्यार्थियों को प्वाइंट दिए जाते हैं.
प्रतियोगिताओं के विजेता पुरस्कृत
इस बार 18 जनवरी को निखिल डिसूजा ने, जबकि 19 जनवरी को सोनू निगम ने अपने सुरों का जादू बिखेरा. मैक्सी फेयर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों के लिए फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता और डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. वहीं, बड़ों के लिए जमशेदपुर फेवरेट फैमिली, मिस एंड मिस्टर जमशेदपुर और मास्टरशेफ प्रतियोगिता हुई. इसके साथ ही विजेताओं को ब्यूटी हैम्पर्स, वाशिंग मशीन, टेलीविजन से लेकर करीब पांच लाख रुपये तक के पुरस्कार दिये गए. कुल 20 फूड स्टॉल लगाए गए थे. इस बार दोनों दिनों के दौरान शहर के करीब 15,000 लोगों ने इसमें हिस्सा लिया.शहर के लोगों के कंज्यूमर बिहेवियर पर हुई रिसर्च
एक्सएलआरआइ में हुए 45वें ‘मैक्सी फेयर’ में दुनिया की छह अलग-अलग कंपनियों की समस्याओं पर रिसर्च की गयी. यह रिसर्च जमशेदपुर के लोगों द्वारा किसी खास प्रोडक्ट के कंज्यूमिंग बिहेवियर के आधार पर की गयी. इसमें खास बात यह थी कि शहर के लोगों के दिमाग पर यह रिसर्च हो रहा था, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी भी नहीं हुई, क्योंकि इसे इस प्रकार से डिजाइन किया गया था कि सारा कुछ खेल-खेल में हो. इस मैक्सी फेयर के दौरान लोगों के कंज्यूमर बिहेवियर पर रिसर्च हुई. लोग किसी उत्पाद को लेकर क्या सोचते हैं, उसे बाकायदा एक फॉरमेट में बना कर उक्त कंपनियों को दी जाएगी. गौरतलब है कि इस रिसर्च के बाद दुनिया की कई मल्टीनेशनल कंपनियों ने अपने उत्पाद के डिजाइन से लेकर उसके एडवरटाइजिंग के तरीके में बड़ा बदलाव किया.
भीड़ और ट्रैफिक को नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूटे
रविवार की शाम छह बजे से पहले ही युवाओं की भीड़ एक्सएलआरआइ की गेट पर जमा होने लगी थी. एक साथ अचानक हजारों की संख्या में लोगों के जमा होने की वजह से पुलिस, एक्सएलआरआइ के सुरक्षाकर्मियों व निजी गार्ड के पसीने छूट गए. हालांकि, थोड़ी देर मशक्कत के बाद सारा कुछ व्यवस्थित हो गया. हालांकि, फुटबॉल ग्राउंड में लोगों के भारी भीड़ की वजह से काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा. कई लोग परेशान दिखे. एक्सएलआरआइ के स्टूडेंट के साथ ही बाउंसर की टीम भी गेट पर तैनात की गयी थी.
अलग-अलग गेट से दी गयी थी एंट्री, कई प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे
मैक्सी फेयर के म्यूजिक कन्सर्ट में किसी प्रकार का कोई व्यावधान न हो, इसके लिए तीन गेट से एंट्री दी गयी थी. बाहरी लोगों के लिए जुबिली पार्क की ओर से एक्सएलआरआइ की गेट से एंट्री थी. वहीं, मरीन ड्राइव गेट से एक्सएलआरआइ के स्टाफ व स्टूडेंट की एंट्री थी. जबकि को ऑपरेटिव कॉलेज गेट से प्रशासनिक अधिकारियों की एंट्री थी.
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