Mahakumbh 2025: महाकुंभ मेला 13 जनवरी 2025 से प्रारंभ होकर 25 फरवरी तक आयोजित होगा. इस मेले में श्रद्धालु पवित्र महासंगम में स्नान करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस स्नान से व्यक्ति के सभी पाप समाप्त हो जाते हैं. हालांकि, कुछ लोग स्नान के दौरान कुछ गलतियां कर देते हैं, जो उन्हें पाप का भागीदार बना देती हैं.
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कुंभ में स्नान करते समय इन गलतियों से बचें
- कुछ लोग गंदे, मैले और अपवित्र कपड़े पहनकर स्नान करते है. यह शुभ नहीं माना जाता है.ऐसा करने से आप पाप के भागीदार बनते है.
- ऐसे भी हैं जो स्नान करने के बाद अपने गंदे कपड़ों को वहीं गंगा नदीं में साफ करने लगते हैं और साबुन सर्फ का उपयोग करते है. ये भूल कभी भी नहीं करना चाहिए. यह अच्छा नहीं माना गया है.इसे पवित्र नदियों को हम दूषित करते हैं जो पाप करने के समान होता है.
- जब आप पवित्र नदी में डुबकी लगा लें, स्नान कर लें तो शरीर पर लगे जल को कभी भी किसी गंदे या किसी भी वस्त्र, से पोछने की गलती नहीं करें. शरीर पर लगे पानी को अपने आप सूखने देना चाहिए. इसे भक्ती भाव का रूप माना जाता है.
- यदि आपको कुंभ मेले में कोई भी असहाय,गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति, अनाथ बच्चा, बुजुर्ग महिला दिखे तो उस पर चिल्ला या गाली, डाट नहीं लागए,हालांकि ऐसे लोगों को कुछ दान करके ही वापस आएं.
- कुंभ में डुबकी लगाते समय मन मे किसी के प्रति द्वेष, नकारात्मक सोच, अपशब्द, का उच्चारण करने से बचना चाहिए साथ ही अपने गुरु मंत्रों का उच्चारण कर गुरु ध्यान करें.
- महाकुंभ एक आस्थापूर्ण यात्रा है, जहां आपको अपनी, आस्था, श्रद्धा,शुद्धता और समर्पण के साथ डुबकी लगाना चाहिए,इन गलतियों से बच कर आप अपनी यात्रा को पवित्र और सम्पूर्ण कर सकते हैं,और अपने पापों से मुक्ति पा सकते हैं.