US-Canada Row: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि 1 फरवरी से कनाडा और मेक्सिको से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा. यह ऐलान उन्होंने अपने पहले कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करते हुए किया. हालांकि, चीन से आयात पर टैक्स बढ़ाने को लेकर उन्होंने अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है.
टैरिफ का उद्देश्य और संभावित असर
ट्रंप का कहना है कि इन नए टैरिफ का उद्देश्य महंगाई पर काबू पाना, ऊर्जा की कीमतों को कम करना और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना है. उन्होंने 2021 में दिए गए महामारी राहत पैकेज को महंगाई का प्रमुख कारण बताते हुए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की नीतियों की आलोचना की.
चीन के साथ नरम रुख
चुनावी वादों में ट्रंप ने चीन पर 60% तक टैरिफ लगाने की बात कही थी. हालांकि, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ फोन पर हुई बातचीत के बाद उन्होंने इस योजना को फिलहाल नरम कर दिया है. ट्रंप ने आगे कहा कि वे शी जिनपिंग के साथ और बैठकें करेंगे ताकि व्यापार से जुड़ी नीतियों पर चर्चा की जा सके.
तेल और प्राकृतिक गैस उत्पादन पर जोर
महंगाई को नियंत्रित करने और ऊर्जा संकट का समाधान निकालने के लिए ट्रंप ने तेल और गैस उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया है. उन्होंने अलेक्सा स्थित आर्कटिक नेशनल वाइल्डलाइफ रिफ्यूज को ड्रिलिंग के लिए खोलने और ऊर्जा संबंधी प्रतिबंधों को कम करने के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल की घोषणा की है.
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घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देने का प्रयास
ट्रंप ने आयातित वस्तुओं पर टैरिफ को अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद बताया. उनका दावा है कि ये कदम अमेरिका को आर्थिक रूप से और समृद्ध बनाएंगे. इसके अलावा, उन्होंने अमेरिकी कंपनियों को सशक्त करने के लिए टिकटॉक को एक अमेरिकी खरीदार ढूंढने का मौका देने की बात कही है.
कनाडा और मेक्सिको की प्रतिक्रिया
कनाडा के वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने कहा कि उनका देश किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. उन्होंने ट्रंप की व्यापार नीति को अप्रत्याशित करार दिया.
महंगाई और अन्य चुनौतियां
हालांकि, महंगाई को नियंत्रित करने की ट्रंप की योजना के सामने कई चुनौतियां हैं. अमेरिकी तेल उत्पादन पहले ही रिकॉर्ड स्तर पर है, और हाउसिंग की कमी जैसी समस्याएं महंगाई को बढ़ावा दे रही हैं. फेडरल रिजर्व ने महंगाई को 2% तक लाने के लिए ब्याज दरों में कई बार वृद्धि की है. ट्रंप की नीतियां लंबे समय में क्या प्रभाव डालेंगी, यह देखना बाकी है, लेकिन शुरुआती संकेत बताते हैं कि यह वैश्विक व्यापार पर बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं.
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