मांगें पूरी नहीं होने पर फरवरी में होगा महाधरना
बरारी. प्रखंड क्षेत्र की समस्या के निदान समय पर नहीं किये जाने के विरुद्ध आठ सूत्री मांगों को लेकर समाजसेवी राजकिशोर यादव की अध्यक्षता में आयोजित एक दिवसीय धरना ग्रामीणों संग प्रखंड परिसर में मंगलवार को दिया गया. वहीं राज्यपाल के नाम मांग पत्र बीडीओ किशोर कुणाल को सौंपा गया. धरने पर बैठे राजकिशोर यादव ने जनसमस्या के निदान नहीं किये जाने पर आक्रोश जताते हुए बताया कि प्रखंड में समस्याओं का अंबार है. किसी भी जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है. आठ सूत्री मांगों में बरारी प्रखंड को अनुमंडल का दर्जा दिया जाय, एतिहासिक काढ़ागोला गंगा घाट सौदर्यीकरण एवं शवदाह गृह का निर्माण कराया जाय, भगवती मंदिर महाविद्यालय में विज्ञान संकाय का संबंधन की पुनर्वापसी की जाय, रेफरल अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टरों की सेवा उपलब्ध करायी जाय, किसानों के श्रृण पर चक्रवृद्धि ब्याज लगाकर कई गुणा वसूली को रोका जाय, किसानों के व्यापक हित में आजमपुर शंकर बांध उचला, जौनिया के निकट जल निकासी के लिए स्लूईस गेट का निर्माण कराया जाय, ताकि खेतों में जमा पानी को गंगा की ओर निकाला जा सके. उर्वरक एवं बीज की बड़े पैमाने पर कालाबाजारी भ्रष्टाचार को अविलंब रोका जाय. सड़क, रेलवे किनारे, गंगा किनारे बांध पर बसे विस्थापित परिवारों का पुनर्वास की व्यवस्था की जाय, अंचल में लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन जैसी मांगें शामिल हैं. वीआईपी नेता उमेश सिंह निषाद ने भी धरना के समर्थन में आवाज बुलंद की. धरना में वरिष्ठ समाजसेवी दिलीप कुमार ठाकुर, शिवपूजन पासवान, राजकुमार मेहता, राजकुमार पंडित, सुबोध मंडल, विजेन्द्र राम, अखिलेश गुप्ता, मनोज मंडल, अभिचरण मेहता सहित दर्जनों ग्रामीणों ने शामिल रहे. उन्होंने बताया कि मांगें पूरी नहीं हुई तो एक माह बाद महाधरना कर समस्या के निदान के लिए प्रखंड का घेराव किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है