हथुआ (गोपालगंज). मंगलवार शाम छह बजे शाम को हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल की नव निर्मित दीवार गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गयी, जबकि एक जख्मी हो गया. मृतकों में हथुआ थाने के तूरपट्टी गांव के अशोक गुप्ता का 30 वर्षीय पुत्र नितेश गुप्ता और मीरगंज थाना क्षेत्र के बसडीला गांव का संतोष कुमार शामिल है. वही गंभीर रूप से जख्मी 18 वर्षीय अरमान को अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.
पुराने भवन को तोड़ कर बनाया जा रहा था नया भवन
बताया जा रहा है कि अस्पताल के पुराने भवन को तोड़ कर नया भवन बनाया जा रहा है. इसमें पुराने भवन की ईंट को ठेकेदार बेच रहा था. तोड़े गये पुराने भवन की बिखरी हुई ईंटों को तीनों मजदूर बिन रहे थे. इसी दौरान पश्चिमी छोर की नव निर्मित दीवार गिरने से मलबे में दबने से मौत हो गयी.
परिजनों में मचा चीत्कार
घटना की सूचना पर हथुआ इंस्पेक्टर बालेश्वर प्रसाद, सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी नारायण महतो,बीडीओ सुमित कुमार, सीओ राज नारायण राजा सहित पुलिस बल दल बल के साथ अस्पताल पहुंचे. जहां दोनों शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घटना की जानकारी मिलने के साथ ही मृतकों के परिजन मौके पर पहुंच गये. परिजनों में चीत्कार मच गया. लोगों की भीड़ अस्पताल में उमड़ पड़ी. लोगों का आक्रोश भड़के नहीं, इसके लिए पुलिस व अधिकारी मोर्चा संभाले हुए थे.
अस्पताल में उमड़ी भीड़
हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल के पुराने भवन को तोड़ कर नया भवन बनाने का कार्य चल रहा था. इसमें पुराने भवन की ईंट को ठेकेदार द्वारा बेचा रहा था. तोड़े गये पुराने भवन की बिखरी ईंटों को तीनों मजदूर बीन रहे थे. इसी दौरान अस्पताल के पश्चिमी छोर की नवनिर्मित दीवार गिर गयी. इसके मलबे में दबने से दो मजदूरों की जान चली गयी. वहीं एक घायल हो गया. हथुआ अस्पताल की दीवार गिर कर दब जाने से दो लोगों की मौत की खबर सुन कर लोगों की भीड़ अस्पताल में उमड़ पड़ी. अस्पताल में लोगों का हुजूम जुट गया. लोगों का आक्रोश भड़के नहीं, इसके लिए पुलिस व अधिकारी मोर्चा संभाले हुए थे.संतोष की मौत से बुझ गया घर का चिराग
मीरगंज थाने के बसडीला गांव के रहने वाले संतोष यादव 25 वर्ष की मौत से सुरेश यादव के घर का चिराग बुझ गया. सुरेश का इकलौता पुत्र संतोष था. उसकी एक बहन व मां अनिता देवी चीत्कार में डूबी रहीं. घर का चूल्हा जलता रहे, इसके लिए मजदूरी करने के लिए गया था. उसे क्या पता था कि उसका अंतिम दिन होगा.नितेश गुप्ता की मौत से बिखर गया परिवार
हथुआ थाने के तूरपट्टी गांव के अशोक गुप्ता का 30 वर्षीय पुत्र नितेश गुप्ता की मौत से पूरा परिवार बिखर गया. नितेश पैथोलॉजी में काम करता था. ऐसे में कुछ रुपये मिल जाये, इसके लिए ईंट को चुनने के लिए मजदूरी करने चला गया, जहां उसकी मौत थी. उसकी मौत से उसकी पत्नी नीरज देवी अपने तीन वर्ष के बेटी को लेकर बेहोश हो गयी. मां प्रभा देवी अस्पताल में चीत्कार में डूबी हुई थी. नितेश की शादी चार साल पूर्व सीवान जिले के नौतन थानै के हथौजी में हुई थी. नीरज देवी के सामने दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है