हाजीपुर. जिले के सभी थाना क्षेत्रों में होने वाली आपराधिक घटनाओं को कम करने तथा घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों को पकड़ने, खोये या गुम हुए मोबाइल को बरामद करने, बड़ा या संगीन आपराधिक मामलों में बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए सभी थानाें के एक-एक पदाधिकारी को डीआइयू के रूप में पदस्थापित किया गया है. उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण देकर हर तरह के मामले का उद्भेदन करने के लिए तैयार किया गया है. प्रशिक्षण का आयोजन एसपी कार्यालय सभागार किया गया था. प्रशिक्षण में जिले की डीआइयू टीम के साथ अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.जानकारी के अनुसार एसपी ललित मोहन शर्मा के निर्देश पर मंगलवार को जिले के सभी थाना से एक-एक एसआइ रैंक के पदाधिकारी को डीआइयू की ट्रेनिंग दी गयी है. इस संबंध में एसपी ने बताया कि थाना स्तर पर बड़ी आपराधिक घटनाओं का उद्भेदन करने, कुख्यात बदमाशों को तकनीकी सहायता से गिरफ्तार करने तथा जिले में बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था बनाने के उद्देश्य से सभी थाना में एक एक डीआइयू पदाधिकारी बनाया गया है. थाना स्तर के डीआइयू पदाधिकारी जिले के डीआइयू टीम से संपर्क स्थापित कर मामले का उद्भेदन करेंगे. इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया गया है. डीआइयू पदाधिकारी क्षेत्र में होने वाली मोबाइल लूट, छिनतई या किसी प्रकार की बड़ी घटनाओं में जिला की टीम के साथ मिल कर काम करेंगे. इसके लिए उन्हें सभी तरह का प्रशिक्षण दिया गया है. मुख्य रूप से मोबाइल लोकेशन ट्रैक करना, अपराधियों का पता लगाना, टावर लोकेशन डंप निकालना जैसे कार्यों का प्रशिक्षण दिया गया है. इससे थाना स्तर पर कार्य करने में जहां पुलिस को सहूलियत होगी वहीं किसी भी मामले का जल्दी उद्भेदन करने में पुलिस को मदद मिलेगी. प्रशिक्षण के दौरान सभी थानों से चयनित एक पुलिस पदाधिकारी के साथ जिला डीआइयू के अधिकारी मौजूद थे.
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