Muzaffarpur News: जिले के सिकंदरपुर स्थित डीआरसीसी में BPSC टीआरइ-3 से पास शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की जा रही है. रिकॉर्ड के तहत पहले दिन यानी 21 जनवरी को 5 शिफ्ट में शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसलिंग में 300 में 255 शिक्षक ही उपस्थित हुए. काउंसलिंग में 45 शिक्षक अनुपस्थित रहे. सुबह 8 बजे से ही शिक्षकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया. निर्धारित समय से काउंसलिंग शुरू कराई गयी. शिक्षा विभाग ने काउंसलिंग के लिए पांच स्लाट तय किया है.
8 शिक्षक मिले संदिग्ध
बता दें, सबसे पहले अभ्यर्थियों के रजिस्ट्रेशन और थंब इंप्रेशन की प्रक्रिया पूरी कराई गई. थंब इंप्रेशन और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के बाद डॉक्यूमेंट्स की जांच के लिए काउंटर बनाए गए थे. सुबह के समय शुरुआत में सर्वर की समस्या को लेकर कुछ देर के लिए काम प्रभावित हुआ. हालांकि, सर्वर स्लो होने के कारण काउंसेलिंग शाम तक चली. बीपीएससी से चयनित शिक्षकों की काउंसलिंग में 8 शिक्षक संदिग्ध मिले. इन शिक्षकों के कागजात में गड़बड़ी पाई गई है.
मुजफ्फरपुर की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें
दो शिक्षकों ने काउंसलिंग से किया इंकार
आवेदन पत्र भरने के दौरान अपलोड किये गए कागजात और काउंसलिंग में उनकी तरफ से दिए गये प्रमाण पत्रों में अंतर पाया गया है. ऐसे शिक्षकों को डाउटफुल कैटेगरी में रखा गया है. इसकी सूचना बीपीएससी और मुख्यालय भेज दी गयी है. दूसरी ओर बायोमिट्रिक होने के बाद दो शिक्षक काउंसेलिंग कराने से इंकार कर दिया. ऐसे में मुख्यालय स्तर से 245 शिक्षकों पर हरी झंडी मिली. इन शिक्षकों का पहली से पांचवी और छठी से आठवीं कक्षा दोनों के लिए चयन होना है. पहली से पांचवीं कक्षा के बाद छठी से आठवीं के लिए स्लाट तय होगा. वे छठी से आठवीं के लिए काउंसलिंग करायेंगे.