मंगलवार को किऊल स्टेशन से खुलने पर गया-हावड़ा एक्सप्रेस में हुई थी हत्या
मृतक की पत्नी के बयान पर किऊल जीआरपी थाना में दर्ज हुआ मामला
जमीन खरीद बिक्री से हत्याकांड के जुड़े होने की कही जा रही बात
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा
लखीसराय. किऊल जंक्शन से खुलने के बाद किऊल आउटर सिग्नल के समीप मंगलवार की शाम को 13024 डाउन गया-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन में अपराधियों के द्वारा एक 31 वर्षीय युवक धर्मेंद्र साव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मामले में मृतक धर्मेंद्र साव की पत्नी आरती कुमारी के बयान पर पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को आरोपी बनाते हुए मामला दर्ज किया है. जिसमें आरती कुमारी ने महिसोना पंचायत के पैक्स अध्यक्ष दिगम सिंह, पूर्व मुखिया प्रवीण भारती सहित आधा दर्जन लोगों पर षड्यंत्र रचकर शूटर से अपने पति की हत्या करवाने को आरोप लगाया गया है. प्राथमिकी के लिये दिये आवेदन में कहा गया है कि उसका पति धर्मेंद्र साव लखीसराय कोर्ट में मंगलवार को तारीख पर आया था, तथा वह भी अपने घर महिसोना से कोर्ट गयी थी. तारीख के बाद उसके पति ने कहा कि मैं अपने गांव जा रहा हूं. जिसके बाद वह भी अपने घर महिसोना चली गयी. कुछ देर बाद ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली कि गया-हावड़ा एक्सप्रेस में उसके पति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. आवेदन में आरती देवी ने कहा है कि उसका पति पुस्तैनी जमीन को बिना उसकी अनुमति के बेच दिया करता था, जिसको लेकर वह कोर्ट में केस भी कर रखी है. आवेदन में कहा गया है कि उसके पति से औने पौने दाम में कुछ ग्रामीण जमीन खरीद बिक्री करते थे और साजिश के तहत उसके पति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. उसने कहा कि महिसोना निवासी परशुराम सिंह के पुत्र विपिन सिंह, पूर्व मुखिया सह स्व मदन राम के पुत्र प्रवीण भारती, युगल राम के पुत्र सुबोध राम, हसनपुर निवासी विनय सिंह, पैक्स अध्यक्ष दिगम सिंह, सदर प्रखंड के बालगुदर निवासी दीपक साव ने साजिश के तहत षड्यंत्र रचकर शूटर से उसके पति की हत्या करवा दिया है. जिससे जमीन बिक्री के बारे में बोलने वाला नहीं रहे. आवेदन में कहा गया है कि इन्हीं लोगों द्वारा जमीन खरीद बिक्री कर करोड़ों की जमीन लाखों में ले लिया गया है. उसे आशंका है कि जमीन के चलते ही उसके पति की हत्या कर दी गयी है.
वहीं इस संबंध में किऊल जीआरपी थानाध्यक्ष सह केस के अनुसंधानकर्ता नसीम अहमद ने बताया कि मंगलवार को ही एफएसएल टीम द्वारा पहुंचकर ट्रेन में ही घटनास्थल की जांच की गयी थी. उन्होंने कहा कि तकनीकी आधार पर अनुसंधान किया जा रहा है. जल्द ही पुलिस हत्यारे तक पहुंच जायेगी. उन्होंने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया है.यहां बता दें कि मृतक धर्मेंद्र को महिसोना निवासी स्व सहदेव साव ने पोशपुत (गोद लिया हुआ पुत्र) लिया था. वह सहदेव साव का दूर के रिश्ते का नाती लगता था. जिसे सहदेव साव ने पोशपुत लेने के बाद अपनी वसीयत भी उसके नाम कर दी थी. साथ ही उसकी शादी बड़हिया निवासी आरती कुमारी से करा दी थी. हालांकि उससे पूर्व भी धर्मेंद्र की एक शादी हो रखी थी, लेकिन उसके साथ धर्मेंद्र का नहीं बना था और दोनों अलग हो गये थे. इधर, धर्मेंद्र विगत चार पांच वर्ष से अपनी पत्नी आरती से भी अलग खगड़िया में रह रहा था. ग्रामीणों की मानें तो धर्मेंद्र ने खगड़िया में एक और शादी कर ली थी. हालांकि आरती कुमारी के अनुसार उसे इसकी जानकारी नहीं है. इधर, धर्मेंद्र वसीयत में मिले जमीन की बिक्री भी कर रहा था. जिसको लेकर आरती कुमारी द्वारा कोर्ट में केस भी किया गया था. उसी के संदर्भ में मंगलवार को तारीख रहने पर धर्मेंद्र कोर्ट पहुंचा था. जहां से जाने के क्रम में उसकी गया-हावड़ा एक्सप्रेस में अपराधियों के द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.
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