आसनसोल. सात दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके 1,03,85,000 रुपये लूट की शिकायत मिलने के 72 घंटे के अंदर ही पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिसमें देवघर (झारखंड) जिला के जसीडीह थाना अंतर्गत रामचंद्रपुर इलाके का निवासी देवआनंद और भाटपाड़ा इलाके का निवासी वी.संजय कुमार है. दोनों आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को आसनसोल अदालत में पेश किया. जांच अधिकारी ने पैसे की बरामदगी और इनके अन्य साथियों को पकड़ने का हवाला देकर आरोपियों की दस दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने आठ दिनों का रिमांड मंजूर किया. सूत्रों के अनुसार ठगी के कुल राशि में से 73 लाख रुपये दोनों के अकाउन्ट में गया था. जिसमें से देवआनंद के खाते में 68 लाख रुपये और संजय के खाते में पांच लाख रुपये गया था. इनके खाते से यह राशि निकल चुका है. पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन दोनों ने अपने अकाउन्ट को साइबर अपराधियों को किराए पर दिया था. इनके सूचना के आधार पर पुलिस की टीम देश के अनेकों राज्यों में अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है. जल्द ही कुछ बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है. गौरतलब है कि आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के समीरन राय रोड में स्थित सावित्री सदन के निवासी व दूरदर्शन के पूर्व कर्मी चंचल बंद्योपाध्याय को साइबर अपराधियों ने 10 जनवरी 2025 को सुबह 9:20 बजे से 16 जनवरी शाम तक डिजिटल अरेस्ट करके 1,03,85,000 रुपये की लूट की थी. अपराधियों ने चंचल बंद्योपाध्याय को बैंकाक भेजे गये पार्सल में ड्रग्स का डर दिखाकर उनके घर में ही उन्हें बंधक बनाकर रखा था. 24सो घंटे उन्हें वीडियो कॉल या फोन कॉल पर रखा और किसी से बात भी नहीं करने दी थी. बंद्योपाध्याय ने कोई पार्सल नहीं भेजा था, इसके बावजूद उन्हें अपराधियों ने उनके आधार कार्ड का गलत आरोप लगाकर फंसाया. वे उनके झांसे में फंसकर अपने एसबीआइ खाते से अपराधियों द्वारा दिये गए दो खातों के उक्त राशि भेजा था. 18 जनवरी को साइबर क्राइम थाना आसनसोल में शिकायत दर्ज हुई. पुलिस ने अकाउन्ट नंबर के आधार पर जांच शुरू की और दो आरोपियों तक फिलहाल पहुंच पायी है. जिनके खाते में 73 लाख रुपये गया था. देवघर के देवआनंद को पुलिस ने तिलजोड़ा (कोलकाता) इलाके में एक होटल से गिरफ्तार किया. वह ट्रांसपोर्ट का कारोबारी भी है. सिलीगुड़ी में काफी दिनों तक पढ़ाई के क्रम में रहा है. आरोपियों से इसके काफी अच्छा संबंध होने की बात सामने आ रही है. फिलहाल वह पुलिस को इतना बताया है कि उसने अपने खाता को किराया पर दिया था. जिसके लिए उसे एक लाख रुपये मिला है. हालांकि वह कितना सच बोल रहा है, इसकी जांच पुलिस कर रही है.
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