बांकुड़ा.
बंगाल माकपा के 61 वर्ष का इतिहास गुरुवार को बदल गया. बांकुड़ा में जिला सचिव का दायित्व किसी महिला नेत्री को दिया गया. लंबे समय से पार्टी से जुड़ी देवलीना हेम्ब्रम को जिला सम्मेलन के दौरान 60 सदस्यीय नव निर्वाचित जिला कमेटी ने सचिव के रूप में चुना. 1964 में भाकपा से अलग होकर माकपा का जन्म हुआ था. तब से अब तक कभी किसी महिला को जिला सचिव का दायित्व नहीं दिया गया था. देवलीना के साथ इतिहास बदल गया. जिला सम्मेलन के दौरान उनके नाम पर मुहर लगी. वर्ष 2022 में वह केंद्रीय कमेटी की सदस्य बनीं. बाद में राज्य सचिव मंडली में भी सदस्य के रूप में उन्हें शामिल किया गया. सत्ता से हटने के बाद माकपा की पकड़ काफी कमजोर हो गयी है. कई नेता बता रहे हैं कि पार्टी को फिर से जिले में मजबूत करने के लिए देवलीना हेम्ब्रम को यह दायित्व सौंपा गया है. लंबे समय से दलित व आदिवासियों का वह पार्टी में चेहरा भी रही हैं. अपनी सादगी व सहजता से उनकी लोकप्रियता भी बढ़ी है. वाम जमाने में भी उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली हैं. तीन बार वह विधायक रह चुकी हैं. 2006 से 2011 तक वह आदिवासी कल्याण विभाग की राज्य मंत्री का दायित्व भी संभाल चुकी हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है