कोलकाता.
राज्य सरकार का ”उत्सोश्री” पोर्टल करीब ढाई साल तक बंद रहने के बाद फिर से शुरू हो गया है. हालांकि अभी केवल म्युचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन शुरू हुए हैं. नॉर्मल ट्रांसफर अभी नहीं हो रहे हैं. सरकार माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षाओं के बाद आवेदनों के आधार पर स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू करेगी. यह जानकारी शिक्षा विभाग के सूत्रों से मिली है. सूत्रों का कहना है कि शिक्षा विभाग एक नीति लाने जा रहा है, जिसके तहत म्युचुअल तबादलों के मामले में एक निश्चित समय पर साल में दो बार तबादले किये जायेंगे. म्युचुअल ट्रांसफर के लिए कई आवेदन पहले ही प्रस्तुत किये जा चुके हैं. इस विषय में कई शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों ने शिकायत की है कि उन्हें आवेदन करते समय विभिन्न बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है.इसका मुख्य कारण यह है कि न्यूनतम पांच वर्ष के स्कूल शिक्षण अनुभव के बिना म्युचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन नहीं किया जा सकता. उदाहरण के लिए, अगर किसी शिक्षक के पास पांच वर्ष का अनुभव है और वह किसी विशेष स्कूल में स्थानांतरण के लिए आवेदन करना चाहता है, लेकिन यदि उस स्कूल में पांच वर्ष का अनुभव रखने वाला कोई शिक्षक नहीं है, तो पोर्टल पर स्थानांतरण आवेदन यानि कि ट्रांसफर एप्लीकेशन स्वीकार नहीं किया जायेगा.
कुछ शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों की शिकायत है कि पोर्टल पर स्थानांतरण के लिए आवेदन करते समय यह देखा जा रहा है कि जिस स्कूल के लिए आवेदन किया जा रहा है, उससे इतर कई स्कूलों में रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त हो रही है. इसी कारण शिक्षा विभाग म्युचुअल ट्रांसफर के क्षेत्र में किसी भी कानूनी जटिलताओं से बचने के लिए सतर्क है. गौरतलब है कि सरकार ने 2023 में सरप्लस ट्रांसफर की पहल की है. शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार विभाग पिछले ट्रांसफर की समीक्षा करेगा, इसके बाद नये आवेदनों पर विचार किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है