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Budget से पहले क्यों मनाई जाती है हलवा सेरेमनी, जानें परंपरा के पीछे की दिलचस्प कहानी

Budget से पहले हलवा सेरेमनी एक पारंपरिक रस्म है, जो बजट दस्तावेजों की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए मनाई जाती है आइए जानें, इस परंपरा के पीछे की दिलचस्प कहानी.

Budget: हर साल केंद्रीय बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्रालय में एक विशेष परंपरा निभाई जाती है, जिसे ‘हलवा समारोह’ कहा जाता है. इस वर्ष भी यह परंपरा निभाई जाएगी. हलवा समारोह भारतीय बजट प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और बजट दस्तावेजों की छपाई की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है.

इस आयोजन के दौरान, वित्त मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी एकत्रित होते हैं. समारोह में हलवा तैयार किया जाता है और इसे सभी के बीच वितरित किया जाता है. यह परंपरा भारतीय संस्कृति में शुभ कार्यों की शुरुआत में मिठाई बांटने की परंपरा का प्रतीक है.

बजट प्रक्रिया के दौरान लॉकडाउन

हलवा समारोह के बाद बजट तैयार करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को मंत्रालय के भीतर लॉकडाउन में रखा जाता है. गोपनीयता बनाए रखने के लिए वे बाहरी दुनिया से पूरी तरह से कट जाते हैं. इस अवधि में उनके मोबाइल फोन जमा कर लिए जाते हैं, और उनके परिवार या दोस्तों से संपर्क पूरी तरह बंद हो जाता है.

हलवा समारोह का महत्व

यह समारोह न केवल भारतीय संस्कृति का हिस्सा है, बल्कि बजट प्रक्रिया से जुड़े कर्मचारियों के मनोबल को भी बढ़ाता है. यह टीम वर्क और एकजुटता को प्रोत्साहित करता है. समारोह के साथ ही बजट तैयार करने का अंतिम चरण शुरू हो जाता है, जिसे पूरी गोपनीयता के साथ पूरा किया जाता है.

हलवा समारोह की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

हलवा समारोह कब शुरू हुआ, इसके बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं है, लेकिन इसकी प्रासंगिकता 1950 के बाद बढ़ी. उस समय बजट की जानकारी लीक हो गई थी, जिसके बाद से गोपनीयता बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाने लगा. अब बजट दस्तावेजों की छपाई वित्त मंत्रालय के अत्यधिक सुरक्षित तहखाने में होती है.

हलवा समारोह का उद्देश्य

यह परंपरा केवल मिठाई बांटने का आयोजन नहीं है, बल्कि बजट तैयार करने में जुड़ी कड़ी मेहनत और समर्पण का जश्न मनाने का तरीका है. यह प्रक्रिया टीम के सदस्यों को उनके लक्ष्य की ओर प्रेरित करती है और बजट तैयार करने की जिम्मेदारी को और भी खास बना देती है.

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