बता दें कि धनबाद जिले के महुदा थाना क्षेत्र की भाटडीह निवासी 62 वर्षीय सरस्वतिया देवी बीते सितंबर माह में अपने घर से अपनी बेटी के घर जाने के लिए निकली थी जो रास्ता भटक गयी थी. बताया कि वह लगातार चार महीने तक भटकती रही. इस क्रम उसने मजदूरी भी की और इधर-उधर भिक्षाटन किया. भटकते- भटकते गुरुवार की शाम वह मेदनीसारे गांव पहुंची. मेदनीसारे गांव के ग्रामीणोें ने अनजान महिला को देखकर उससे पूछताछ की. इसके बाद इस मामले को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. पोस्ट को महिला के पड़ोसियों ने देखा और उसके बेटों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद शुक्रवार की सुबह तीनों बेटे क्रमशः गोनी भुईयां, श्रवण भुईयां व शनिचर कुमार गांडेय पहुंचे और महिला को लेकर वापस अपने घर चले गये.
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