रांची. नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (एनयूएसआरएल) और गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (जीएनएलयू) एक साथ विभिन्न शोध परियोजनाओं में काम करेंगे. साथ ही शैक्षणिक सामग्री और अन्य शैक्षणिक संसाधनों का भी अदान-प्रदान होगा. इसको लेकर शुक्रवार को जीएनएलयू और एनयूएसआरएल के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये. जीएनएलयू के निदेशक प्रोफेसर (डॉ) एस शांताकुमार और एनयूएसआरएल के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) अशोक आर. पाटिल ने करार पर हस्ताक्षर किये. 11 बिंदुओं पर सहमति बनी हैै.
विद्यार्थियों और शिक्षकों को बेहतरीन अवसर मिलेंगे
एनयूएसआरएल के कुलपति प्रोफेसर डॉ अशोक आर पाटिल ने कहा कि यह हमारे विवि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. हम अपने छात्रों और शिक्षकों के लिए बेहतर शोध, शिक्षण माहौल और अवसरों के सृजन की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस समझौते से दोनों संस्थानों के बीच शैक्षणिक और शोध संबंधों में एक नया अध्याय जुड़ने की उम्मीद है, जिससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को वैश्विक स्तर पर बेहतरीन अवसर प्राप्त होंगे. इस एमओयू का उद्देश्य दोनों विश्वविद्यालयों के बीच शैक्षिक और शोध संबंधों को और मजबूत करना है. इसके तहत दोनों विवि एक-दूसरे के साथ सहयोग करेंगे और शैक्षिक माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में काम करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है