पूसा : कहते हैं कि परिवार हर किसी के लिए उम्मीद होता है, अंतिम वक्त का सहारा होता है. लेकिन, बदलते वक्त के साथ परिवार के मानक भी बदल रहे हैं. घर से बेरहमी से ठुकराये बड़े- बुजुर्ग सहारे के लिए जीवन के अंतिम वक्त में भटक कर दम तोड़ रहे हैं. व्यक्ति जिन्हें बड़ी उम्मीदों के साथ लालन पालन से पालता है, वह अपनी जिम्मेवारियों को मुंह मोड़ कर अंतिम वक्त में दगा दे जाता है. कुछ ऐसा ही नजारा पूसा थाना क्षेत्र के पूसा-समस्तीपुर पथ के मोरसंड सरीखन चौक के पास देखने को मिला. बेटे के ठुकराए बुजुर्ग पिता की मौत सड़क किनारे ठंड में तड़प-तड़प कर हो गयी. पुलिस ने थाना क्षेत्र के पूसा-समस्तीपुर पथ स्थित मोरसंड सरीखन चौक के समीप से सोमवार की सुबह एक 65 वर्षीय बुजुर्ग के शव को बरामद किया गया है. मृत बुजुर्ग के नाम का तो पता नहीं है लेकिन उसका घर मुजफ्फरपुर जिले के मुशहरी थाना क्षेत्र के सुतिहारा गांव में बताया गया है. सड़क किनारे शव होने की जानकारी मिलने पर पहुंचे पूसा थाने के एएसआई प्रियरंजन कुमार, चौकीदार ललित कुमार, नरेश कुमार आदि ने एम्बुलेंस से पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर भेज दिया. ग्रामीणों के अनुसार, बुजुर्ग की मौत ठंड जनित बीमारी की वजह से हुई है. ग्रामीणों ने बताया कि वह 15 दिनों से मोरसंड सरीखन चौक के पास ही सड़क किनारे एक पन्नी टांगकर उसी में रह रहा था. आसपास के घरों से भोजन भी मांगकर ही करता था. मरने से पूर्व वह व्यक्ति सबके सामने रो-रोकर अपनी पीड़ा बताया करता था. कहता था कि उसका पुत्र ही उसको लगभग 15 दिनों पूर्व यहां छोड़कर चला गया है. जिसके बाद वह इस भीषण ठंड में कभी भी लौट कर पूछने तक नहीं आया. थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि मुशहरी थाना के माध्यम से मृतक के परिवार वालों को सूचना दे दी गयी है.
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