Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए मंगलवार को मुजफ्फरपुर जंक्शन पर यात्री भारी भीड़ में फंसे हुए थे. शाम करीब 6 बजे पवन एक्सप्रेस के आने के बाद, यात्री इस ट्रेन में चढ़ने के लिए एक-दूसरे से भिड़ गए. जनरल और स्लीपर कोच के गेटों पर दो सौ के करीब यात्री एक साथ चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे थे, जिससे हालात पूरी तरह अनियंत्रित हो गए.
कुंभ यात्रा के लिए स्पेशल ट्रेन की कमी
नगर निगम के अधिकारियों और सुरक्षा बलों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन प्लेटफॉर्म संख्या-2 पर चार हजार से ज्यादा यात्री कुंभ यात्रा के लिए खड़े थे. हालांकि RPF और GRP की टीमें भीड़ को नियंत्रित करने में जुटी थीं, लेकिन गेट पर होने वाली धक्का-मुक्की को देखकर दर्जनों यात्री एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) के पास खड़े हो गए. लगभग 9 मिनट के इंतजार के बाद ट्रेन रवाना हुई, लेकिन 2,000 के करीब यात्री ट्रेन में चढ़ने से रह गए.
स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के लिए भी अफरातफरी
पवन एक्सप्रेस में चढ़ने से वंचित यात्रियों ने देर रात स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस का इंतजार करना शुरू किया, लेकिन जैसे ही यह ट्रेन आई, यात्री फिर से अफरातफरी में पड़ गए. स्थिति इतनी खराब हो गई कि कई बुजुर्ग श्रद्धालु अधिक भीड़ के कारण गेट तक नहीं पहुंच पाए. यही हालात बरौनी-गोंदिया और बरौनी-अहमदाबाद रूट पर भी बने रहे, जहां यात्री प्लेटफॉर्म पर खड़े होकर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे.
50 यात्रियों के टिकट वापसी की प्रक्रिया शुरू
बीते सोमवार की देर रात दो बजे तक यात्रियों ने हंगामा किया, क्योंकि कन्फर्म टिकट होने के बावजूद भीड़ और अव्यवस्था के कारण वे स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में चढ़ने से वंचित रह गए. इस दौरान यात्री स्टेशन अधीक्षक के कार्यालय पहुंचे और उन्होंने टिकट वापसी के साथ राशि वापस करने की मांग की. स्टेशन अधीक्षक और कॉमर्शियल विभाग के अधिकारियों ने यात्रियों की शिकायत का समाधान करते हुए लगभग 50 यात्रियों के टिकट वापसी और राशि लौटाने की व्यवस्था की.
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क्राउड मैनेजमेंट में जुटे जीआरपी अधिकारी
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान, जीआरपी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार और उनकी टीम क्राउड मैनेजमेंट में जुटी रही. उन्होंने प्लेटफॉर्म पर यात्री यातायात को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए. इसके बावजूद, भीड़ के बढ़ने से स्थिति पर काबू पाना मुश्किल हो गया.