Chandigarh Mayor Chunav : 16 पार्षद वाली बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला चंडीगढ़ की मेयर बन गई हैं. सुबह 11 बजे निगम चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ. इस बार मुकाबला आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार प्रेमलता और बीजेपी की प्रत्याशी हरप्रीत के बीच था. भीतरघात की संभावना से सभी पार्टियों की टेंशन बढ़ी हुई थी.
बीजेपी को 19 वोट मिले. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को 17 वोट मिले. तीन क्रॉस वोट काउंट किए गए. यह तीनों वोट कांग्रेस और आप के पार्षदों ने किए. गठबंधन उम्मीदवार प्रेमलता की हार हो गई.
पिछले साल के चुनाव में हुआ था विवाद
बीजेपी के मेयर पद की उम्मीदवार हरप्रीत को कुल 19 वोट मिले. वहीं आप की मेयर पद की उम्मीदवार प्रेमलता को केवल 17 वोट प्राप्त हुए. पिछले साल चुनाव में विवाद हो गया था. इसके बाद , इस बार सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखने को कहा था. एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई. पिछले साल मेयर चुनाव के दौरान जोरदार हंगामा हुआ था. वोटों की गिनती के दौरान धांधली के आरोप भी लगाए गए थे. एक वीडियो भी सामने आया, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट को मामले में दखल देना पड़ा.
आप-कांग्रेस के बीच गठबंधन
चुनाव में बीजेपी ने तीनों पदों के लिए अपने उम्मीदवार खड़े किए थे. वहीं, AAP-कांग्रेस गठबंधन में मेयर पद आप के पास था, जबकि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद कांग्रेस ने रखा था. खास बात यह रही कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप और कांग्रेस एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे हैं.
क्रॉस वोटिंग की वजह से हुई आप-कांग्रेस गठबंधन की हार
कांग्रेस पार्षद गुरबख्श रावत ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. इससे बीजेपी के पास 16 पार्षद हो गए थे, जबकि कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 7 से घटकर 6 हो गई थी. आप के 13 पार्षद थे और एक वोट चंडीगढ़ के सांसद का था. इस तरह, गठबंधन के पास कुल 20 वोट मौजूद थे. यदि क्रॉस वोटिंग नहीं होती, तो आप-कांग्रेस गठबंधन की जीत पक्की थी.