बरहट. बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस उत्तरी मंडल के डीआईजी मो शफीउल हक वार्षिक निरीक्षण के तहत गुरुवार को पुलिस केंद्र जमुई पहुंचे. इस दौरान समादेष्टा हिमांशु शंकर त्रिवेदी के नेतृत्व में जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इसके पश्चात डीआईजी बिहार विशेष सशस्त्र 11 के आरक्षी शाखा, संपत्ति शाखा, गृहपाल शाखा, परिवहन शाखा सहित अन्य सभी शाखा की बारीकी से निरीक्षण किये और संबंधित शाखा के पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया. इस दौरान उन्होंने आरक्षी शाखा के सभी नव निर्मित पालना घर का उद्घाटन भी किया. उन्होंने बताया कि एक साल तक के बच्चे पालना घर में ही रहेंगे ताकि उनके माता आसानी से ड्यूटी कर सके. इसके मद्देनजर ही पालना घर का उद्घाटन किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि एक साल तक के बच्चे वाली महिला पुलिस कर्मी आउटसाइड ड्यूटी नहीं लगाया जाये. इस दौरान उन्होंने पुलिस केंद्र परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया.
पुलिस कर्मियों की समस्याओं से हुए रूबरू डीआईजी
इस दौरान पुलिस केंद्र स्थित बैरक में पुलिस सभा का आयोजन किया गया और डीआईजी पदाधिकारी व पुलिस कर्मी से वार्तालाप कर उनकी समस्या से रूबरू हुए. इस दौरान ए कंपनी के पदाधिकारी ने बताया कि हमारे अधिकारी व जवान रेलवे के जर्जर भवन में रह रहे हैं, भवन इतना जर्जर है कि कभी भी गिर सकता है. इसके बावजूद भी तनख्वाह से 25 प्रतिशत राशि की कटौती हो रही है. ई-कंपनी के प्रभारी बालमुकुंद कुमार ने बताया कि कंपनी में गाड़ी नहीं रहने से ड्यूटी करने में परेशानी होती है. इस क्रम में पुलिस कर्मियों ने चिकित्सा के क्षेत्र में पांच लाख का हेल्थ कार्ड बनवाने की मांग. बारी-बारी से सभी की समस्या से रूबरू होने के पश्चात डीआइजी ने उचित कार्रवाई करने आश्वासन दिये. सभा का समापन राष्ट्रीय गान की प्रस्तुति देकर किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है