नवादा कार्यालय. जिले के इनामी नक्सली कमांडर उमेश रविदास को गिरफ्तार करने में नवादा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने कौआकोल थाना के लालपुर गांव के पूना रविदास के बेटे उमेश रविदास की गिरफ्तारी को लेकर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था. नक्सली कमांडर के खिलाफ कौआकोल थाना में कांड संख्या-14/15 दर्ज है. यूएपी एक्ट के अलावा कई संगीन धाराओं में पुलिस इसकी तलाश कर रही थी. आज से ठीक 10 साल पहले कौआकोल थाना क्षेत्र के सेखोदेवरा में लगभग 150 से 200 नक्सलियों ने हथियार से लैस होकर दो ट्रैक्टरों को बीच बाजार में जला दिया था. वहीं, स्थानीय लोगों से मोटरसाइकिल छीन ली थी. इन नक्सलियों के द्वारा बस्तर में सरकार द्वारा चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान का विरोध किया जा रहा था और बंद घोषित कर स्थानीय लोगों से मारपीट भी की गयी थी. इसका नेतृत्व करने वालों में अन्य कमांडर के साथ कौआकोल का रहने वाला उमेश रविदास भी था. पुलिस की गिरफ्त से वह बाहर था. पुलिस इसके मूवमेंट को लगातार ट्रेस कर रही थी. फरार रहने की स्थिति में पुलिस ने आरोपित के उपर 50,000 रुपये इनाम घोषित किया था. प्रेसवार्ता करके दी जानकारी एसपी अभिनव धीमान ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि 29 जनवरी को गुप्त सूचना मिली कि उमेश रविदास किसी कारणवश नवादा आया हुआ है. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीपीओ पकरीबरावां महेश चौधरी व कौआकोल थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस दल ने घेराबंदी कर उमेश रविदास को सदर अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार कर उसे थाना परिसर लाया गया एवं उससे सघन पूछताछ की गयी. उसने 10 वर्ष पूर्व उस घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है.
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