Jamshedpur news.
उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार साकची स्थित टाटा स्टील कंपनी के मेन गेट के पास केमिकल डिजास्टर-गैस लीकेज से बचाव के लिए शुक्रवार को मॉक ड्रिल किया गया. मॉक ड्रिल का मुख्य फोकस कॉर्बन मोनो ऑक्साइड की रोकथाम के लिए हेल्थ टीम की क्या जिम्मेदारियां होंगी इस पर था. कंपनी से यदि गैस का रिसाव होने पर उसकी चपेट में आने वालों को किस तरह अस्पताल पहुंचाना व उन्हें किस तरह की चिकित्सीय सेवा दी जानी है, पर विशेष रूप से चर्चा की गयी. इस अवसर पर प्रशासन की ओर से एसडीओ धालभूम शताब्दी मजूमदार, सिटी एसपी कुमार शिवाशीष, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल व अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे. एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं टाटा स्टील द्वारा संयुक्त रूप से किये गये इस मॉक ड्रिल में आपातकालीन स्थिति को नियंत्रित करने के तरीके, क्या करें, क्या न करें, पीड़ितों को प्राथमिक उपचार प्रदान करना, ससमय अस्पताल पहुंचना आदि बारीकियों को समझा गया. एसडीओ धालभूम ने कहा कि मॉक ड्रिल से आपातकालीन स्थिति में कई लोगों की जान, संपत्ति और आसपास की सुरक्षा होगी.एनडीआरफ के पदाधिकारी ने केमिकल डिजास्टर और उसके फ्रेमवर्क तथा मॉक ड्रिल पर बताते हुए कहा कि यह भारत की एक विशेष टीम है, जो आपदाओं से निपटने और उनके बाद के कामों को मैनेज करने के लिए काम करती है. केमिकल डिजास्टर और गैस लीकेज पर प्रभावी कार्रवाई तथा लोगों में जागरूकता लाने के लिए मॉक ड्रिल किया गया.
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