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East Singhbhum News : मुसाबनी में शव पहुंचते ही मचा कोहराम, पत्नी रोते हुए बोली- उजड़ गया परिवार

महाकुंभ भगदड़ में मारे गये मुसाबनी के शिवराज गुप्ता का अंतिम संस्कार हुआ, यूपी सरकार की एंबुलेंस से 34 घंटे बाद घर पहुंचा पार्थिव शरीर, ग्रामीणों की आंखें हुईं नम, शव यात्रा निकाल मऊभंडार मुक्ति धाम में किया गया अंतिम संस्कार

मुसाबनी. प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में महाकुंभ स्नान के दौरान भगदड़ में मारे गये मुसाबनी के शिवराज गुप्ता का पार्थिव शरीर शुक्रवार की सुबह करीब 9:30 बजे एंबुलेंस से मुसाबनी स्थित सुंदर नगर आवास पर पहुंचा. पार्थिव शरीर पहुंचते ही परिवार वाले दहाड़ मारकर रोने लगे. ग्रामीण मातम में डूब गये. आस-पास के लोगों ने शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी. उनके घर अंतिम यात्रा निकाली गयी. पार्थिव शरीर को वाहन से लेकर लोग सुवर्णरेखा नदी के मऊभंडार स्थित मुक्ति धाम पहुंचे. उनके पुत्र शिवम राज ने मुखाग्नि दी. शिवराज गुप्ता के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उनकी पत्नी पुष्पा राज, बेटा शिवम राज, बेटी स्वर्णराज शोक में डूबे हैं.

उद्योग मंत्री ने परिवार से फोन पर बात की, मदद का दिया भरोसा

मौके पर भाजपा नेता दिनेश साव, राजद के प्रदेश महासचिव सह प्रभारी पूर्वी सिंहभूम पुरेंद्र नारायण सिंह ने श्रम नियोजन व उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव की ओर से पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. श्री सिंह ने दिवंगत शिवराज गुप्ता के पुत्र शिवम राज के साथ मंत्री संजय प्रसाद यादव से दूरभाष पर बात करायी. मंत्री ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की. शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया. उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया.

14 लोगों के साथ 25 जनवरी को निकले थे : पत्नी

पत्नी पुष्पा राज ने कहा कि उनके पति 14 लोगों के साथ 25 जनवरी की सुबह प्रयागराज के लिए रवाना हुए थे. रात में सभी अयोध्या पहुंचे. 26 जनवरी की प्रातः अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन किया. वहां से प्रयागराज के लिए निकले. 28 जनवरी को प्रयागराज के शिविर में ठहरे थे. शाम को पैदल चलकर स्नान के लिए घाट के लिए निकले. रात करीब 11:30 बजे तक फोन पर पति से बात हुई. पति ने बताया कि करीब 20 किमी पैदल चलकर नदी तट पर पहुंचने वाले हैं. उसके बाद पति से संपर्क नहीं हो पाया. उन्होंने अपने बेटा-बेटी को जानकारी दी. बच्चों ने प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया.

29 जनवरी को दोपहर को घटना की जानकारी मिली

पत्नी के अनुसार, 29 जनवरी की सुबह टीवी पर भगदड़ की खबर मिलने पर मन अशांत हुआ. उन्होंने अपने भतीजे के बहू आरती गुप्ता के साथ इधर-उधर संपर्क कर जानकारी लेने का प्रयास किया. दोपहर में राज श्रीवास्तव की पत्नी ने दुर्घटना का दुखद समाचार दिया. इसके बाद नोएडा से बेटी और बेंगलुरु से बेटा देर रात घर पहुंचे. घर में मातम पसरा था. शुक्रवार सुबह को 9:30 बजे एंबुलेंस से पार्थिव शरीर घर पहुंचा. पत्नी व परिवार वालों का रो- रो कर बुरा हाल था. पत्नी बार-बार बोल रही थी, मेरा परिवार उजड़ गया.

यूपी पुलिस के जवान शव लेकर पहुंचे थे

शिवराज गुप्ता के पार्थिव शरीर को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की एंबुलेंस 29 जनवरी की शाम करीब 4:00 बजे प्रयागराज से रवाना हुई. साथ में उत्तर प्रदेश पुलिस के एएसआइ और उनके साथ गये कमलकांत मंडल, राज श्रीवास्तव, शुभेंदु सतपति भी थे. सड़क जाम के कारण एंबुलेंस गुरुवार रात करीब 9:30 बजे मऊभंडार पहुंची. रात अधिक हो जाने के कारण मऊभंडार के आईसीसी वर्क्स अस्पताल में पार्थिव शरीर को रखा गया. वहां से सुबह पार्थिव शरीर लेकर एंबुलेंस उनके मुसाबनी आवास पहुंची. प्रयागराज से एंबुलेंस को मउभंडार पहुंचने में करीब 34 घंटे का समय लगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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