Saraswati Pooja 2025: माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर सोमवार को वसंत पंचमी मनायी जाएगी. इस दिन सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 32 मिनट से सायं 5 बजकर 40 मिनट तक है. ज्योतिषाचार्य पं. प्रभात मिश्र ने कहा कि इस दिन शुभ मुहूर्त में मां सरस्वती की पूजा करनी चाहिए. इस वर्ष मकर राशि में सूर्य, बुध एक ही राशि में रहेंगे, ऐसे में दो ग्रहों का योग के साथ ही रेवती नक्षत्र शुभ योग में रहेगा. पंचमी तिथि के इस अद्भुत संयोग में मां सरस्वती का पूजन शुभदायक माना गया है.
सरस्वती माता की चार भुजाए हैं, इसमें एक हाथ में माला, दूसरे में पुस्तक और दो अन्य हाथों में वीणा बजाती नजर आती हैं. सुरों की अधिष्ठात्री होने के कारण इनका नाम सरस्वती पड़ा. इस दिन मां सरस्वती के साथ-साथ भगवान गणेश, लक्ष्मी, कॉपी, कलम और संगीत यंत्रों की पूजा फलदायी माना जाता है. देवी सरस्वती के सत्व गुण संपन्न व विद्या की अधिष्ठात्री हैं. ब्रह्मवैवर्त पुराण में इस तिथि से अक्षरांभ, विद्यारंभ को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. पूजा करने बाद सरस्वती माता के नाम से हवन करना चाहिए.
फलाें बाजार में रौनक, पूजा के लिए जमकर खरीदारी
सरस्वती पूजा को लेकर फलों के बाजार में रौनक है. बाजार समिति के होलसेल मंडी से इन दिनों बेर और केला का अधिक कारोबार हो रहा है. बाजार समिति में झारखंड सहित बिहार के विभिन्न हिस्सों से रोज चार हजार किलो बेर पहुंच रहा है. वहीं असम और लोकल केला के सात से आठ सौ घउद की रोज बिक्री हो रही है. पूजा को लेकर इन दिनों बेर की डिमांड अधकि है, लेकिन चार फरवरी के बाद से इसके कारोबार में गिरावट आ जायेगी. फिलहाल बाजार समिति में मुजफ्फरपुर से सटे जिले से काफी संख्या में कारोबारी केला और बेर की खरीदारी करने पहुंच रहे हैं. बाजार समिति व्यवसायी संघ के अध्यक्ष विजय चौधरी ने कहा कि सरस्वती पूजा को लेकर बाजार में तेजी है. पूजा की समाप्ति के बाद से बाजार फिर औसत हो जाएगा.
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50 रुपए से 20 हजार तक की मूर्ति तैयार
पूजा के लिए मां सरस्वती की 50 रुपए से लेकर 20 हजार तक की मूर्ति तैयार है, लेकिन सबसे अधिक डिमांड दो से चार हजार की मूर्तियों की हो रही है. शहर के दीवान रोड, साहू रोड और मालीघाट के मूर्ति मंडियों में पूजा आयोजक पहुंच रहे हैं और मूर्ति पसंद कर एडवांस दे रहे हैं. इस बार अजंता स्टाइल की मूर्तियों की डिमांड भी पहले की तरह है. मिट्टी की साड़ी और शृंगार वाली मूर्तियां अधिक पसंद की जा रही है. मूर्तिकार प्रह्लाद पंडित ने कहा कि रविवार की शाम से मूर्तियों की बिक्री शुरू हो जायेगी. फिलहाल पूजा आयोजक मूर्तियां पसंद करने पहुंच रहे हैं.
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