चकाई. प्रखंड भर में विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा को लेकर युवा वर्ग खासकर विद्यार्थियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. इस मौके पर दर्जनों स्थानों पर पूजा पंडाल बनाकर व उसे काफी आकर्षक रूप से सजाकर मां शारदे की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की तैयारी की जा रही है. इसके अलावे निजी व सरकारी विद्यालयों में भी जोर शोर से पूजा की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं इस बार प्रखंड में कुछ स्थानों पर रविवार को भी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना पूरे उत्साह व भक्तिभाव से की जा रही है. इस बारे में पंडित साजन पांडेय ने बताया कि वैसे तो पंचांग के अनुसार, सरस्वती पूजा सोमवार को होनी चाहिए. क्योंकि पंचमी तिथि में सूर्योदय सोमवार को होता है मगर बहुत सारे लोग आज रविवार को ही मां सरस्वती की विधिवत पूजा-अर्चना कर रहे हैं. उनका मानना है कि रविवार दिन के ग्यारह बजे के आसपास पंचमी तिथि का प्रवेश होने के कारण आज ही बसंतपचमी मान्य होगा. इसलिए आज ही पूजा करना शुभ होगा. वैसे प्रखंड में अधिकांश लोग सोमवार दिन में पंचमी तिथि के उदय को शुभ मानते हुए सोमवार को मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ व्रत करेंगे.
प्रसाद सहित पूजन सामग्री खरीदने को बाजारों में उमड़ी भीड़
सरस्वती पूजा को लेकर रविवार को प्रखंड के चकाई बाजार सहित अन्य बाजारों में पूजन सामग्री, साज सज्जा का सामान तथा प्रसाद की खरीददारी को लेकर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस मौके पर लोगों ने मिश्रीकंद, गाजर, बेर, केला, सेव आदि फलों की बढ़-चढ़ कर खरीददारी की. वहीं रविवार सुबह से ही युवा वर्ग मां सरस्वती की प्रतिमा को खरीदकर पूजा पंडाल में ले जाकर रखा जहां देर रात तक पंडाल एवं प्रतिमा के साज सज्जा का काम चला. वहीं इस मौके पर सोमवार को मां सरस्वती की पूजा अर्चना के उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है.
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