Rourkela News: हॉकी इंडिया लीग (एचआइएल) का आयोजन कर रही हॉकी इंडिया ने शुरुआती मैचों में खाली पड़े स्टेडियम को देखकर जिस तरह सभी के लिए इंट्री ऑन कर दी थी, यह रणनीति शनिवार को भारी पड़ गयी. दुनिया के सबसे बड़े हॉकी स्टेडियम (बैठने की क्षमता के लिहाज से) पूरी तरह खचाखच भरने के बाद हजारों की संख्या में लोग स्टेडियम के बाहर जमा हो गये. अंदर प्रवेश करने के लिए गेट से लेकर चहारदीवारी तक फांदने लगे. हालात ऐसे हुए कि भगदड़ जैसी स्थित हो गयी थी और कुछ लोग इसमें घायल हो गये. हालांकि अफरा-तफरी की सूचना मिलते ही मौके पर डीआइजी ब्रजेश राय और एसपी नीतेश वाधवानी पहुंच गये और कड़ी मशक्कत से हालात को काबू कर लिया. अगर समय रहते हालात को काबू नहीं किया जाता, तो किसी बड़े हादसे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता था.
बगैर टिकट के भी स्टेडियम में घुसे लोग
दरअसल एचआइएल के खेलों में भीड़ नहीं जुटने पर आयोजकों ने टिकट की अनिवार्यता खत्म कर दी थी. खुद हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद्मश्री दिलीप तिर्की ने मीडिया के सामने इस बात की घोषणा कर दी कि टिकट के बगैर भी लोग आ सकेंगे. जिसके बाद स्टेडियम में लोग आने भी लगे थे. लेकिन बाद में सही से इस बात की घोषणा नहीं की गयी कि फाइनल में भी यह व्यवस्था रहेगी या नहीं? जिस कारण टिकट के साथ और बगैर टिकट वाले सभी लोग स्टेडियम पहुंच गये. शाम को 4:00 बजे से ही लोगों ने स्टेडियम में प्रवेश कर सीट पर कब्जा करना शुरू कर दिया था. वहीं मैच शुरू होने के समय टिकट लेकर हजारों लोग पहुंच गये. जिससे यह स्थिति उत्पन्न हो गयी.
टिकट खरीदने के बाद भी प्रवेश नहीं मिलने पर लोगों ने जतायी नाराजगी
स्टेडियम में प्रवेश नहीं कर पाने पर टिकट लेकर परिवार के साथ मैच और सारा अली खान का कार्यक्रम देखने पहुंचे लोगों ने नाराजगी जतायी. आयोजकों पर जमकर बरसे और कहा कि पहले से किसी तरह की घोषणा भी नहीं की गयी कि टिकट के साथ इंट्री है या इसके बगैर. हमें दोहरी परेशानी झेलनी पड़ी. एक तरफ टिकट बुक करने के लिए परेशान रहे और फिर स्टेडियम में प्रवेश भी नहीं मिला.
मोहन माझी सरकार पर बिफरे विधायक शारदा नायक
राउरकेला विधायक शारदा प्रसाद नायक ने शनिवार को बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में उपजे हालात पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए मोहन माझी सरकार को आड़े हाथ लिया. विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री का पहला दौरा था. भगवान जगन्नाथ की कृपा रही कि किसी तरह का जानमाल का नुकसान नहीं हुआ. मुझे खुद डीआइजी के हस्तक्षेप से स्टेडियम के अंदर प्रवेश मिला. आम लोगों का अंदाजा लगाया जा सकता है. 10 हजार से अधिक लोग टिकट पकड़कर आयोजन देखने से वंचित रह गये. एक दुर्भाग्यपूर्ण दिन था जो बीत गया. विधायक ने इस आयोजन की तुलना 2023 विश्व कप के आयोजन से की और उसे बेहतर बताया.
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