किशनगंज. शहर के जानेमाने रेलवे संवेदक के बंद पड़े घर में करोड़ों की चोरी के मामले पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. बदमाशों ने दस दिन पहले प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने के बाद किसी बड़ी चोरी की घटना को अंजाम देने की साजिश रची थी. पुलिस ने चोरी के एक लाख 28 हजार रुपये, 35.52 ग्राम सोना, दो केजी 418 ग्राम चांदी, 4 मोबाइल व एक पल्सर बाइक बरामद कि है. इसमें दो मोबाईल गृहस्वामी के हैं. एसपी ने इस मामले में एसडीपीओ वन गौतम कुमार के नेतृत्व में टीम गठित किया था. टीम द्वारा घटनास्थल की क्राइम सीन की फोटोग्राफी, एफएसएल टीम की फिंगर प्रिंट, फुट प्रिंट संकलन करने के साथ- साथ डॉग स्क्वायड द्वारा संदिग्धों के पहचान हेतु घटना स्थल का निरीक्षण किया गया था जिसके बाद आरोपितों की पहचान की जा सकी. गिरफ्तार आरोपितों में बप्पी सिंह बंगाल के इस्लामपुर बीरबलडांगी, अमित बाल्मीकि माटीगरा दार्जिलिंग व स्वर्णकार नेपाल कर्मकार इस्लामपुर अमलझाड़ी के रहने वाले शामिल हैं. दरअसल, रेलवे मालगोदम पेट्रोल पंप के समीप रेलवे संवेदक आरएन चौधरी के बंद घर से 25 जनवरी की रात एक करोड़ रुपए मूल्य का सोना व बीस लाख रुपए नगदी चोरी हुई थी. संवेदक के मैंनेजर अंकित साहा के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था. पकड़े गए बदमाशों में बप्पी व अमित ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दस दिन पहले प्रयागराज महाकुंभ में स्नान करने के बाद किसी बड़ी चोरी की घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी. दोनों बदमाशों के द्वारा प्रयागराज में भी कुछ घरों की रेकी की गई. लेकिन कही भी वे सफल नहीं हो सके. इसके बाद अलीगढ़ की ओर चले गये वहां पर भी घरों की रेकी की गई परंतु कोई बंद घर नहीं मिलने के कारण अलीगढ़ से ट्रेन पकड़कर किशनगंज पहुंचे. उसके बाद आरएन चौधरी के घर चोरी की घटना को अंजाम दिया. एसपी सागर कुमार ने रविवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि रेलवे संवेदक के घर चोरी की घटना का उद्भेदन कांड दर्ज करने के छह दिनों के अंदर कर लिया गया है. घटना में शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. उदभेदन करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा.
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