सरायढेला मुख्य सड़क के दोनों और बहुमंजिला भवनों के बेसमेंट की जांच शुरू हो गयी है. नगर निगम की सात सदस्यीय टीम जांच कर रही है. जांच टीम ने तीन दिनों में लगभग एक दर्जन बहुमंजिला भवनों की जांच की. जांच टीम के मुताबिक प्राय: बहुमंजिला भवनों के बेसमेंट में कॉमर्शियल उपयोग हो रहा है. एक बहुमंजिला भवन का नक्शा मिला है, जो बिल्डिंग बॉयलॉज के अनुरूप नहीं बना है. बेसमेंट का कॉमर्शियल उपयोग किया गया है. इसके अलावा अन्य बिल्डरों से भी नक्शा मांगा गया है. नक्शा मिलने के बाद उसके अनुरूप बिल्डिंग बनी है या नहीं, बेसमेंट में पार्किंग के लिए जमीन छोड़ी गयी है या नहीं आदि बिंदुओं पर जांच की जायेगी. जांच रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंपी जायेगी. रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी. जांच टीम के मुताबिक सरायढेला क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या को लेकर जिला प्रशासन के स्तर से जांच का आदेश मिला है.
बिल्डिंग बॉयलॉज का उल्लंघन कर बेसमेंट में खोली गयी हैं दुकानें :
निगम के अधिकारी के मुताबिक सरायढेला मुख्य सड़क के दोनों ओर बने बहुमंजिले भवन के बेसमेंट में पार्किंग स्थल को अवरुद्ध कर दुकानें बनायी गयी हैं. बिल्डिंग बॉयलॉज का उल्लंघन कर बेसमेंट में दुकानों का संचालन किया जा रहा है. जबकि पार्किंग सड़क पर की जा रही है, इससे सड़क पर जाम लग रहा है.उठ रहे सवाल : कैसे दिया कंप्लीशन सर्टिफिकेट
जमाडा या नगर निगम बहुमंजिला भवनों का नक्शा पास करता है. झारखंड बिल्डिंग बॉयलॉज लागू होने के पहले जमाडा नक्शा पास करता था. 2016 के बाद शहरी क्षेत्र का नक्शा पास करने का अधिकार नगर निगम को मिला है. शहरी क्षेत्र के बाहर जमाडा को नक्शा पास करने का अधिकार दिया गया. सवाल उठता है कि शहरी क्षेत्र में दो एजेंसियों ने नक्शा पास किया. नक्शा पास करने के पहले एक-एक बिंदू की जांच होती है. नक्शा पास करने के बाद बिल्डिंग निर्माण के दौरान टाउन प्लानर जांच करते हैं. बिल्डिंग बनने के बाद कंपलीशन सर्टिफिकेट जारी होता है. यह दर्शाता है कि संरचना शहर के मास्टर और निर्माण योजनाओं के अनुरूप हुआ है. सवाल उठता है कि कि बेसमेंट का कॉमर्शियल उपयोग होने के बाद जमाडा या नगर निगम कैसे कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है